scriptव्हाइट टाइगर सफारी में दो बाघ और एक तेंदुआ बीमार, दो की हो चुकी है मौत | Two tigers and one leopard sick in White Tiger Safari, two dead | Patrika News

व्हाइट टाइगर सफारी में दो बाघ और एक तेंदुआ बीमार, दो की हो चुकी है मौत

locationसतनाPublished: Jan 08, 2021 08:57:18 am

Submitted by:

Hitendra Sharma

– टाइगर स्टेट में दो बाघ और एक तेंदुआ भी बीमार- अचानक से तीनों के कम होने लगे थे प्लेटलेट्स- उपचार में जुटी डॉक्टरों की टीम- मुकुंदपुर जू सेंटर में कुछ ठीक नहीं

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सतना. महाराजा मार्तण्ड सिंह जू देव व्हाइट टाइगर सफारी एवं जू सेंटर में इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा। गोपी और नकुल के मौत की असली वजह सामने आ भी नहीं पाई कि दो अन्य बाघ और एक तेंदुआ बीते दिनों से बीमार है। उनके उपचार में दर्जन भर डॉक्टरों की टीम लगी है। सूत्रों के अनुसार, नकुल की मौत के बाद से ही एक सफेद और एक येलो बाघ के साथ तेंदुए की हालत नजुक हो गई। जांच के दौरान यह सामने आया कि इन वन्यप्राणियों के प्लेटलेट्स काफी कम हो चुके हैं। हालांकि तीन दिन के उपचार के बाद अब दोनो बाघों और तेंदुए के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।

व्हाइट टाइगर सफारी में अचानक से वन्यप्राणियों का बीमार होना यह बताता है कि कहीं न कहीं जू प्रबंधन की लापरवाही है, जिस कारण 9 दिन के अंतराल में गोपी और नकुल की मौत हो गई। जबकि, दो बाघ व एक तेंदुआ मरणासन्न स्थिति में है। ऐसे में सबके मन में एक ही सवाल कौंध रहा कि आखिर व्हाइट टाइगर सफारी में किस बीमारी ने दस्तक दे दी, जिसके आगोश में बाघ और तेंदुआ आ रहे हैं। उधर, वन विभाग अपनी गर्दन बचाने के लिए पैरासाइट्स के संक्रमण का सहारा ले रहा है।

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मौत से उठ नहीं सका पर्दा
6 अप्रैल 2018 को मैत्रीबाग भिलाई से मुकुंदपुर सफारी लाए गए 8 वर्ष के सफेद बाघ गोपी की 23 दिसंबर को अचानक रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई। प्रथम दृष्ट्या गोपी की मौत की वजह वन विभाग ने सांस लेने में तकलीफ होना बताया था। रीवा-जबलपुर के डॉक्टरों की सात सदस्यीय टीम ने पोस्टमार्टम भी किया लेकिन सफेद बाघ के मौत की असली वजह सामने नहीं आ पाई। जबकि 190 किलो वजन का गोपी मौत के एक दिन पहले तक पूरी तरह से स्वस्थ्य था तो फिर अचानक मौत कैसे हुई इस बात से अभी भी पर्दा नहीं उठ सका।

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