ये है मामला
इस सप्ताह कार्यों के आकलन के आधार पर 100 अंकों की रैंकिंग जारी की है। रैंकिंग व्यवस्था में स्वच्छ भारत मिशन में सर्वाधिक 40 अंक रखे गए थे। इसमें से सतना नगर निगम को 22.92 अंक मिले है। इन अंकों के सहारे सतना को प्रदेश आखिरी (16वां) स्थान मिला है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि नगर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतरी हुई है। इसमें पहला स्थान इंदौर, दूसरा भोपाल और तीसरा सिंगरौली नगर निगम का रहा।
इस सप्ताह कार्यों के आकलन के आधार पर 100 अंकों की रैंकिंग जारी की है। रैंकिंग व्यवस्था में स्वच्छ भारत मिशन में सर्वाधिक 40 अंक रखे गए थे। इसमें से सतना नगर निगम को 22.92 अंक मिले है। इन अंकों के सहारे सतना को प्रदेश आखिरी (16वां) स्थान मिला है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि नगर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतरी हुई है। इसमें पहला स्थान इंदौर, दूसरा भोपाल और तीसरा सिंगरौली नगर निगम का रहा।
आवास में बेहतर काम
मुख्यमंत्री आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के मामले में स्थिति बेहतर रही। इसके लिए 20 अंक निर्धारित किये गए थे। 14.05 अंक के साथ प्रदेश में दूसरे स्थान पर सतना रहा। पहले स्थान पर छिंदवाड़ा और तीसरे स्थान पर सागर रहा। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में 10 अंक निर्धारित किए गए थे। इसमें से सतना को 7.52 अंक के साथ तीसरा स्थान मिला है। पहले स्थान पर जबलपुर और दूसरे पर देवास नगर निगम रहा।
मुख्यमंत्री आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के मामले में स्थिति बेहतर रही। इसके लिए 20 अंक निर्धारित किये गए थे। 14.05 अंक के साथ प्रदेश में दूसरे स्थान पर सतना रहा। पहले स्थान पर छिंदवाड़ा और तीसरे स्थान पर सागर रहा। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में 10 अंक निर्धारित किए गए थे। इसमें से सतना को 7.52 अंक के साथ तीसरा स्थान मिला है। पहले स्थान पर जबलपुर और दूसरे पर देवास नगर निगम रहा।
स्मार्ट सिटी में फिसड्डी
प्रदेश में 7 शहर स्मार्ट सिटी हैं। इसके तहत किए जा रहे कार्यों के आधार पर कुल 10 अंक निर्धारित किए गए थे। इसमें सतना नगर निगम को 1.34 अंक प्राप्त हुए हैं। यह प्रदेश में सबसे कम अंक है और इस आधार पर निगम को प्रदेश में आखिरी स्थान मिला है। पहले पर भोपाल, दूसरे पर इंदौर और तीसरे स्थान पर उज्जैन नगर निगम रहा।
प्रदेश में 7 शहर स्मार्ट सिटी हैं। इसके तहत किए जा रहे कार्यों के आधार पर कुल 10 अंक निर्धारित किए गए थे। इसमें सतना नगर निगम को 1.34 अंक प्राप्त हुए हैं। यह प्रदेश में सबसे कम अंक है और इस आधार पर निगम को प्रदेश में आखिरी स्थान मिला है। पहले पर भोपाल, दूसरे पर इंदौर और तीसरे स्थान पर उज्जैन नगर निगम रहा।
50 फीसदी कुल प्राप्तांक
सभी श्रेणियों में कुल 100 अंक रखे गए थे। इसमें से सतना नगर निगम को कुल 50.17 अंक के साथ 13वां स्थान मिला है। पहले स्थान पर छिंदवाड़ा, दूसरे पर सागर और तीसरे स्थान पर खंडवा रहा।
सभी श्रेणियों में कुल 100 अंक रखे गए थे। इसमें से सतना नगर निगम को कुल 50.17 अंक के साथ 13वां स्थान मिला है। पहले स्थान पर छिंदवाड़ा, दूसरे पर सागर और तीसरे स्थान पर खंडवा रहा।
अमृत में स्थिति खराब
अमृत योजना के लिए भी 10 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें सतना नगर निगम को 3.56 अंक मिले हैं। इस आधार पर इसकी रैंकिंग प्रदेश में 12वीं आई है। पहले स्थान पर खंडवा, दूसरे पर छिंदवाड़ा और तीसरे स्थान पर मुरैना नगर निगम रहा।
अमृत योजना के लिए भी 10 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें सतना नगर निगम को 3.56 अंक मिले हैं। इस आधार पर इसकी रैंकिंग प्रदेश में 12वीं आई है। पहले स्थान पर खंडवा, दूसरे पर छिंदवाड़ा और तीसरे स्थान पर मुरैना नगर निगम रहा।
ऐसी है हकीकत
– 22.92 अंक स्वच्छ भारत मिशन में
– 14.05 अंक आवास योजना में मिले
– 7.52 अंक राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में
– 3.56 अंक अमृत योजना में मिले
– 1.34 अंक स्मार्ट सिटी में मिले
– 16 नगर निगम रैंकिंग में शामिल
– 13 वां स्थान मिला सतना को
– 22.92 अंक स्वच्छ भारत मिशन में
– 14.05 अंक आवास योजना में मिले
– 7.52 अंक राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में
– 3.56 अंक अमृत योजना में मिले
– 1.34 अंक स्मार्ट सिटी में मिले
– 16 नगर निगम रैंकिंग में शामिल
– 13 वां स्थान मिला सतना को