नयी व्यवस्था के तहत केंद्रीय जेल को न्यायालय से जोड़ा जाएगा। इसका ट्रायल किया जा रहा है। यह व्यवस्था लागू होने के बाद कैदियों की वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए पेशी करायी जाएगी। कैदियों को अब पेशी के लिए नयायालय नहीं जाना पड़ेगा।
समय और राजस्व की होगी बचत
वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए पेशी आरंभ होने के बाद राजस्व सहित समय की बचत होगी। न्यायालय तक कैदियों को लाने और ले जाने के लिए सुरक्षा प्रबंध की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा। अभी कैदियों की सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन को बल तैनात करना पड़ता था।
वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए पेशी आरंभ होने के बाद राजस्व सहित समय की बचत होगी। न्यायालय तक कैदियों को लाने और ले जाने के लिए सुरक्षा प्रबंध की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा। अभी कैदियों की सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन को बल तैनात करना पड़ता था।
जल्दी निपटेंगे मामले
सुरक्षा व्यवस्था के आभाव में कई बार कैदी पेशी में नहीं पहुंच पाते थे। इससे मामलों की सुनवाई लंबित रहती थी। उन्हें न्याय मिलने में भी देरी होती थी। नयी कवायद के बाद सुनवाई में तेजी आएगी और मामले भी शीघ्रता से निराकृत होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था के आभाव में कई बार कैदी पेशी में नहीं पहुंच पाते थे। इससे मामलों की सुनवाई लंबित रहती थी। उन्हें न्याय मिलने में भी देरी होती थी। नयी कवायद के बाद सुनवाई में तेजी आएगी और मामले भी शीघ्रता से निराकृत होंगे।
केंद्रीय जेल में वीडियो कांफ्रेसिंग रूम बनकर तैयार हो गया है। कैदियों को वीसी के जरिए पेशी करवायी जाएगी।
नरेंद्र सिंह जेल अधीक्षक केंद्रीय जेल को न्यायालय से जोडऩे की कवायद की जा रही है। जेल में वीसी रूम बनाया गया है। कैदियों को इसी के माध्यम से पेशी करायी जाएगी।
रामपाल सिंह डीपीओ
नरेंद्र सिंह जेल अधीक्षक केंद्रीय जेल को न्यायालय से जोडऩे की कवायद की जा रही है। जेल में वीसी रूम बनाया गया है। कैदियों को इसी के माध्यम से पेशी करायी जाएगी।
रामपाल सिंह डीपीओ