बैठक में यह जानकारी सामने लाई गई कि चेम्बर का टर्न ओवर जीएसटी की सीमा से बाहर हो गया है। ऐसे में केन्द्रीय नियमों के अनुसार व्यापार मेला का जीएसटी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से कराना होगा। ऐसे में स्टाल धारकों को भी जीएसटी देना होगा।
विन्ध्य व्यापार मेले के गत आयोजन में ग्राउण्ड का किराया पिछली टीम की लापरवाही के कारण काफी भारी पड़ गया है। पिछली टीम ने बीटीआई प्रबंधन से तय किराया 1,11,500 के स्थान पर मौखिक चर्चा पर 15 हजार जमा कर दिया। लेकिन छूट पर कोई लिखित कार्रवाई नहीं की। जिस पर चेम्बर पर 96500 रुपये का बकाया बना रहा और पिछली टीम ने इसे अपने दस्तावेजों में भी उल्लेखित नहीं किया। हालांकि वर्तमान टीम ने अब यह किराया जमा किया और इस पर भी चर्चा की गई।
बैठक में उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, मंत्री मनोहर वाधवानी, सह मंत्री मनोज अरोरा, कोषा अध्यक्ष अमित अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य संजय वाधवानी, राजेश अग्रवाल, अर्पित अग्रवाल, जय प्रकाश शर्मा, अनिल मोटवानी, अशोक ताम्रकार, प्रवीण मित्तल, नितिन, पारेख, संदीप चमडिय़ा, आशीष गोयल, आशीष मोंगिया मौजूद रहे।