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विंध्य व्यापार मेले में पड़ेगी जीएसटी की मार, मंदी के दौर में महंगे मिलेंगे स्टॉल

locationसतनाPublished: Oct 15, 2019 07:52:14 pm

Submitted by:

suresh mishra

20 से 30 दिसंबर तक होने वाले मेले के लिए समितियों के गठन पर हुई चर्चा

Vindhya Trade Fair impact of GST will be seen in satna

Vindhya Trade Fair impact of GST will be seen in satna

सतना/ बीटीआई ग्राउंड में 20 से 30 दिसंबर तक प्रस्तावित विन्ध्य व्यापार मेले की तैयारियों को लेकर चेम्बर सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता चेंबर अध्यक्ष द्वारिका गुप्ता ने की। इस दौरान चेम्बर का टर्न ओवर जीएसटी की छूट सीमा से ज्यादा होने के कारण मेले में जीएसटी की मार पडऩे पर भी चर्चा हुई। बताया गया कि इस वजह से इस बार स्टाल धारकों को जीएसटी भी देना होगा। लिहाजा माना जा रहा कि मंदी के दौर में इस बार स्टाल महंगे मिलेंगे। सबसे प्रमुख मुद्दा मेला आयोजन को लेकर समितियों के गठन का रहा। जिस पर आम सहमति लगभग बन गई है।
चेम्बर महामंत्री ऋषि अग्रवाल ने बताया कि यह चेम्बर का 10वां व्यापार मेला होगा। आयोजन की व्यवस्था को लेकर तकनीकि समिति, प्रशासनिक समिति, स्टॉल बुकिंग समिति, स्वागत समिति, सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति, सुरक्षा समिति, मेला प्रबंधन समिति आदि के गठन को लेकर चर्चा की गई। जिसमें आम सहमति बन गई है और अंतिम रूप दिया जाना शेष है। इसी तरह से मेले की व्यवस्था बनाने के लिये संयोजकों के नाम प्रस्तावित किए गए हैं। इन प्रस्तावित नामों पर संबंधितों से सहमति ली जाएगी। इसके बाद मेला टीम की घोषणा की जाएगी। यह टीम आगामी मेला के कामों को गति प्रदान करेगी।
लेना पड़ेगा जीएसटी रजिस्ट्रेशन
बैठक में यह जानकारी सामने लाई गई कि चेम्बर का टर्न ओवर जीएसटी की सीमा से बाहर हो गया है। ऐसे में केन्द्रीय नियमों के अनुसार व्यापार मेला का जीएसटी रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से कराना होगा। ऐसे में स्टाल धारकों को भी जीएसटी देना होगा।
भारी पड़ी पिछली टीम की लापरवाही
विन्ध्य व्यापार मेले के गत आयोजन में ग्राउण्ड का किराया पिछली टीम की लापरवाही के कारण काफी भारी पड़ गया है। पिछली टीम ने बीटीआई प्रबंधन से तय किराया 1,11,500 के स्थान पर मौखिक चर्चा पर 15 हजार जमा कर दिया। लेकिन छूट पर कोई लिखित कार्रवाई नहीं की। जिस पर चेम्बर पर 96500 रुपये का बकाया बना रहा और पिछली टीम ने इसे अपने दस्तावेजों में भी उल्लेखित नहीं किया। हालांकि वर्तमान टीम ने अब यह किराया जमा किया और इस पर भी चर्चा की गई।
ये रहे मौजूद
बैठक में उपाध्यक्ष दीपक अग्रवाल, मंत्री मनोहर वाधवानी, सह मंत्री मनोज अरोरा, कोषा अध्यक्ष अमित अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य संजय वाधवानी, राजेश अग्रवाल, अर्पित अग्रवाल, जय प्रकाश शर्मा, अनिल मोटवानी, अशोक ताम्रकार, प्रवीण मित्तल, नितिन, पारेख, संदीप चमडिय़ा, आशीष गोयल, आशीष मोंगिया मौजूद रहे।
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