इसके बाद भी न सड़क पर जलभराव बंद हुआ और न गड्ढे कम हुए। शुक्रवार को हुई बेमौसम बारिश ने नगर निगम के इंजीनियरों की तकनीकी दक्षता और दिशाहीन निर्माण कार्यों की पोल खोल दी। रिमझिम बारिश में एक बार फिर शहर की यह वीआइपी सड़क जलमग्न हो गई। सड़क पर घुटनों तक जलभराव व कीचड़ के बीच गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
सड़क से ऊंची नाली
दुकानदारों ने बताया, बिरला रोड से फ्रैंड्स कॉलोनी की ओर मुड़ते ही तिराहे पर बनी सड़क जमीन लेवल से नीची थी। इसलिए थोड़ी बारिश में भी पानी सड़क पर जमा हो जाता था। वीआइपी गली होने के कारण नगर निगम प्रशासन ने इस सड़क का जलभराव रोकने सड़क के ऊपर सड़क बनवा दी। इसके बाद भी जब सड़क पर जल-भराव कम नहीं हुआ तो दूसरी बार फिर से इसमें कांक्रीट का लेप करवाया।
दुकानदारों ने बताया, बिरला रोड से फ्रैंड्स कॉलोनी की ओर मुड़ते ही तिराहे पर बनी सड़क जमीन लेवल से नीची थी। इसलिए थोड़ी बारिश में भी पानी सड़क पर जमा हो जाता था। वीआइपी गली होने के कारण नगर निगम प्रशासन ने इस सड़क का जलभराव रोकने सड़क के ऊपर सड़क बनवा दी। इसके बाद भी जब सड़क पर जल-भराव कम नहीं हुआ तो दूसरी बार फिर से इसमें कांक्रीट का लेप करवाया।
जल-निकासी के लिए सड़क किनारे सीसी नाली भी बनवाई पर ठेकेदार ने नाली सड़क लेवल से ऊपर बना दी। तकनीकी खामी के कारण सड़क व नाली निर्माण पर दस लाख से अधिक खर्च करने के बाद इस सड़क को पानी एवं कीचड़ से मुक्ति नहीं मिल पाई। सड़क निर्माण कार्य तकनीकी एवं गुणवत्ता को दरकिनार कर दिया गया। परिणाम, दो बार मरम्मत होने के बाद भी सीसी सड़क की कांक्रीट उखडऩे लगी है।