क्या कहा वीवीएस लक्ष्मण ने?
वीवीएस लक्ष्मण ने अपने ट्वीट पर लिखा- बाबूलाल दाहिया पर्यावरण को बचाने के लिए असाधारण काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने खेत में चावल की पारंपरिक 110 वैरायटी की खेती की वो भी रासायनिक खाद का उपयोग किए बिना। उन्होंने अपने ट्वीट में बाबूलाल दाहिया का परिचय भी दिया है। लक्ष्मण ने लिखा- बाबूलाल दाहिया मध्यप्रदेश के सतना जिले के रहने वाले हैं।
कवि भी हैं बाबूलाल दाहिया
बाबूलाल दाहिया सतना जिले के पिथौराबाद गांव में रहने वाले हैं। किसान बाबूलाल दाहिया सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं। वो किसान के साथ-साथ बघेली के जाने माने कवि भी हैं। बाबूलाल दाहिया जैविक खेती के लिए नित नए प्रयोग करते रहते हैं। जानकारी के अनुसार, उनके पास 8 एकड़ जमीन है जिसमें वह जैविक खेती करते हैं। दाहिया डाक विभाग में पोस्ट मास्टर के पद से रिटायर हुए हैं। बाबूलाल दाहिया के पास अब देशी धान की 110 किस्मों का खजाना है, वे हर साल इन्हें अपने ही खेत में बोते हैं और उनका अध्ययन करते हैं।
बाबूलाल दाहिया सतना जिले के पिथौराबाद गांव में रहने वाले हैं। किसान बाबूलाल दाहिया सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं। वो किसान के साथ-साथ बघेली के जाने माने कवि भी हैं। बाबूलाल दाहिया जैविक खेती के लिए नित नए प्रयोग करते रहते हैं। जानकारी के अनुसार, उनके पास 8 एकड़ जमीन है जिसमें वह जैविक खेती करते हैं। दाहिया डाक विभाग में पोस्ट मास्टर के पद से रिटायर हुए हैं। बाबूलाल दाहिया के पास अब देशी धान की 110 किस्मों का खजाना है, वे हर साल इन्हें अपने ही खेत में बोते हैं और उनका अध्ययन करते हैं।