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वार्डन के बेटे ने किया छात्रावासी बालिका के साथ दुष्कर्म, देखिए फिर जिम्मेदारों ने क्या किया

locationसतनाPublished: Dec 06, 2017 11:12:23 am

Submitted by:

suresh mishra

एक बार निर्देश पढ़ लेते तो बच सकती थी छात्रावासी बालिका की अस्मत, कलेक्टर ने वार्डन को किया निलंबित, जांच के दिए निर्देश

Wardens son has Rape with girl in satna

Wardens son has Rape with girl in satna

सतना। आयुक्त अनुसूचित जाति विकास द्वारा 15 जून 2017 को दिए आदेश ‘किसी भी स्थिति में कोई भी पुरुष कन्या छात्रावास में सूर्यास्त के बाद प्रवेश नहीं करेगा, चाहे वह किसी भी स्तर का अधिकारी, कर्मचारी या जनप्रतिनिधि हो’ को विभागीय अधिकारी गंभीरता से लेते तो बढ़ैया स्थित प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास में रहने वाली छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना नहीं होती।
इतना ही नहीं छात्रावास परिसर में किसी भी पुरुष के रहने पर स्पष्ट तौर पर मनाही के आदेश भी हैं। चाहे वह वार्डन का ही परिवार क्यों न हो? लेकिन, जिले में यह आदेश कागजों में ही प्रभावी होते रहे हैं। इसका भौतिक सत्यापन करने की कोशिश तक नहीं की गई। नतीजा, छात्रावास कर्मचारी के बेटे ने छात्रावासी बालिका के साथ न केवल दुष्कृत्य किया।
जान से मारने की धमकी

बल्कि उसके परिजनों को जान से मारने की धमकी देकर एक माह तक शिकायत करने से भी रोकता रहा। पीडि़त छात्रा जब अपनी बड़ी मां से मिली तब जाकर घटना उजागर हो सकी। मामला कलेक्टर के संज्ञान में आने पर उन्होंने तत्काल वार्डन को निलंबित कर दिया है। जिला संयोजक आजाक को जांच के निर्देश दिए हैं।
शासनस्तर से तमाम गाइडलाइन तय

कन्या छात्रावासों में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने शासनस्तर से तमाम गाइडलाइन तय की गई हैं। संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा नियमित भ्रमण करने से लेकर महिला वार्डन और उसकी जिम्मेदारी तय करने तक की गाइडलाइन हैं। साथ ही संबंधित थाना क्षेत्र के अधिकारियों को भी निर्देश हैं कि वे छात्रावास में जाकर समय-समय पर स्थितियों पर नजर रखें। लेकिन, जिले में आदेश कागजों में ही रह गए। धरातल की स्थिति यह रही कि जिला मुख्यालय स्थित प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास की कर्मचारी का बेटा लालू उर्फ अरविंद चौधरी लगातार छात्रावास में रहता रहा और छात्रावासी बालिका पर बुरी नजर भी रखे रहा।
धमकी देकर मुंह बंद कर दिया

छात्राओं की शिकायत के बाद भी कोई नहीं चेता। नतीजा, लाली के हौसले बढ़ते गए और उसने छात्रावासी बालिका के साथ दुष्कर्म करने का दु:साहस किया। घटना की जानकारी किसी को न मिले इसके लिए बालिका को यह धमकी देकर मुंह बंद कर दिया कि यदि किसी को घटना की जानकारी दी तो माता-पिता की हत्या कर देगा। मामला तब सामने आया जब आरोपी की धमकी से परेशान बालिका ने घटना की जानकारी अपनी अपनी बड़ी मां से साझा की। इसके बाद पुलिस ने प्रकरण कायम कर जांच प्रारंभ कर दी है।
पन्नी लाल चौक से पकड़ाया आरोपी
इस गंभीर मामले में पुलिस ने मंगलवार को पन्नी लाल चौक से आरोपी लालू उर्फ अरविंद को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा ३७६ व ३/४ पास्को एक्ट के तहत सोमवार को अपराध कायम किया गया था। पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरोपी एसएच मोटर गैरेज में काम करता था। आरोपी को बुधवार को पुलिस अदालत में पेश करेगी।
अधिकारी लापरवाह, पीडि़ता से मिलने तक नहीं पहुंचे
इस संवेदनशील मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पीडि़ता छात्रावासी बालिका से बयान तक लेने नहीं पहुंचे। बल्कि यह जानकारी दी गई कि वार्डन को नोटिस देकर जानकारी मांगी गई है। हद तो यह है कि पीडि़ता साफ तौर पर बता रही है कि छात्रावास परिसर में रहने वाली कर्मचारी का लड़का लगातार उसे परेशान कर रहा था।
अंजान जगह पर ले जाकर घटना को अंजाम दिया

बाद में स्कूल से लौटते वक्त ऑटो में कुछ सुंघाकर किसी अंजान जगह पर ले जाकर घटना को अंजाम दिया और दूसरे दिन बस स्टैंड में छोड़ा। इसमें प्रथम दृष्ट्या वार्डन की लापरवाही सामने आ रही है कि परिसर में किसी पुरुष के रहने और प्रवेश करने की अनुमति कैसे दी गई और रात भर छात्रा हॉस्टल में नहीं आई तो इसकी सूचना प्रोटोकाल के तहत वरिष्ठ को क्यों नहीं दी गई?
कलेक्टर की कार्रवाई
जब मामला कलेक्टर मुकेश कुमार शुक्ला के संज्ञान में आया तो उन्होंने प्रथम दृष्ट्या इस घटना के लिए वार्डन को भी दोषी माना है। उन्होंने कहा कि रात भर हॉस्टल से छात्रा गायब रही तो अधीक्षिका ने अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं किया। कलेक्टर ने बताया कि अब इस मामले में विस्तृत जांच करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अगले ही दिन अधिकारी इस मामले में सभी पक्षों पर जांच करेंगे।
जांच जरूरी
इस घटना ने जिला प्रशासन के लिए यह सबक भी दे दिया है कि वे अब कन्या छात्रावासों के प्रोटोकॉल की पूरी जांच करें। साथ ही शासन के निर्देशानुसार कन्या छात्रावास में निजता का ध्यान रखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से मुख्य प्रवेश एवं निर्गम गेट पर सीसीटीवी कैमरा भी लगवाएं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि छात्रावासी कर्मचारियों के पुरुष परिजन उनके साथ कैम्पस में न रहें और शाम के बाद कोई भी वहां प्रवेश न कर सके।
छात्रावास की वार्डन को निलंबित करने के आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है जो अगले दिन से जांच शुरू कर देगी।
मुकेश कुमार शुक्ला, कलेक्टर

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