टंकियों में फ्लोमीटर लगने से प्रतिदिन एनीकट से फिल्टर प्लांट एवं नलों तक पहुंचने से पहले रास्ते में कितना पानी बर्बाद हुआ, इसकी जानकारी निगम प्रशासन को मिल जाएगी। इससे निगम प्रशासन पानी की बर्बाद रोकने का उचित प्रबंध कर सकेगा।
कंट्रोल रूम से निगरानी
घर-घर पानी पहुंचाने के बाद जलापूर्ति की मॉनीटरिंग के लिए अमृत योजना के तहत एनीकट, फिल्टर प्लांट एवं कॉलोनियों में जलापूर्ति करने वाली टंकियों में 20 फ्लो मीटर लगाए गए हैं। सभी टंकियों में फ्लो मीटर के साथ सेंसर भी लगाए गए हैं। टंकियों की निगरानी के लिए फिल्टर प्लांट में कंट्रोल सेंटर बनाया गया है। वहां बैठकर टंकियों की पल-पल की जानकारी ली जा सकेगी। किस टंकी में कितना पानी है, कौन खाली है, टंकी में जलापूर्ति कब शुरू हुई, फिल्टर प्लांट से कितने लीटर पानी सप्लाई हुआ और टंकी तक कितना पहुंचा, इसकी पूरी जानकारी कंट्रोल सेंटर में उपलब्ध होगी।
घर-घर पानी पहुंचाने के बाद जलापूर्ति की मॉनीटरिंग के लिए अमृत योजना के तहत एनीकट, फिल्टर प्लांट एवं कॉलोनियों में जलापूर्ति करने वाली टंकियों में 20 फ्लो मीटर लगाए गए हैं। सभी टंकियों में फ्लो मीटर के साथ सेंसर भी लगाए गए हैं। टंकियों की निगरानी के लिए फिल्टर प्लांट में कंट्रोल सेंटर बनाया गया है। वहां बैठकर टंकियों की पल-पल की जानकारी ली जा सकेगी। किस टंकी में कितना पानी है, कौन खाली है, टंकी में जलापूर्ति कब शुरू हुई, फिल्टर प्लांट से कितने लीटर पानी सप्लाई हुआ और टंकी तक कितना पहुंचा, इसकी पूरी जानकारी कंट्रोल सेंटर में उपलब्ध होगी।
अभी 15 फीसदी पानी पी रही रायजिंग लाइन
जलकार्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि वर्तमान में फिल्टर प्लांट से प्रतिदिन शहर में 35 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति होती है लेकिन टंकी एवं कॉलोनियों तक कितना पानी पहुंच रहा है, इसका कोई हिसाब निगम प्रशासन के पास नहीं। निगम सूत्रों का कहना है कि एनीकट से फिल्टर प्लांट के बीच कई जगह रायजिंग लाइन से पानी की चोरी हो रही है। इतना ही नहीं फिल्टर प्लांट से टंकियों के बीच जलापूर्ति के दौरान 15 फीसदी से अधिक पानी रास्ते में गायब हो जाता है लेकिन अब टंकियों में फ्लो मीटर लगने से पानी की बर्बादी पर शत-प्रतिशत लगाम लग सकेगी।
जलकार्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि वर्तमान में फिल्टर प्लांट से प्रतिदिन शहर में 35 एमएलडी पेयजल की आपूर्ति होती है लेकिन टंकी एवं कॉलोनियों तक कितना पानी पहुंच रहा है, इसका कोई हिसाब निगम प्रशासन के पास नहीं। निगम सूत्रों का कहना है कि एनीकट से फिल्टर प्लांट के बीच कई जगह रायजिंग लाइन से पानी की चोरी हो रही है। इतना ही नहीं फिल्टर प्लांट से टंकियों के बीच जलापूर्ति के दौरान 15 फीसदी से अधिक पानी रास्ते में गायब हो जाता है लेकिन अब टंकियों में फ्लो मीटर लगने से पानी की बर्बादी पर शत-प्रतिशत लगाम लग सकेगी।
मीटर लगाने का कार्य पूरा
अमृत योजना के तहत टंकियों में फ्लोमीटर लगाने का कार्य ठेका एजेंसी द्वारा पूरा कर लिया गया है। एनीकट व फिल्टर प्लांट तथा शहर की दस टंकियों में लगाए गए फ्लो मीटर टेस्टिंग के बाद चालू भी कर दिए गए हैं। 5 टंकियों में विद्युत कनेक्शन न होने के कारण अभी इनमें लगे फ्लो मीटर की टेस्टिंग नहीं नहीं पाई है।
अमृत योजना के तहत टंकियों में फ्लोमीटर लगाने का कार्य ठेका एजेंसी द्वारा पूरा कर लिया गया है। एनीकट व फिल्टर प्लांट तथा शहर की दस टंकियों में लगाए गए फ्लो मीटर टेस्टिंग के बाद चालू भी कर दिए गए हैं। 5 टंकियों में विद्युत कनेक्शन न होने के कारण अभी इनमें लगे फ्लो मीटर की टेस्टिंग नहीं नहीं पाई है।
कहां कितने मीटर लगे
– ओवर हेड टैंक 15
– फिल्टर प्लांट 03
– एनीकट 02 फैक्ट फाइल
– 3.10 लाख जनसंख्या है शहर की
– 45 वार्ड नगर निगम में
– 15 पानी की टंकियां बनाई गईं हैं
– 35 एमएलडी पानी सप्लाई किया जाता है प्रतिदिन शहर में
– 32 हजार नल कनेक्शन हैं शहर में
– 15 फीसदी पानी हो रहा रोजाना
– ओवर हेड टैंक 15
– फिल्टर प्लांट 03
– एनीकट 02 फैक्ट फाइल
– 3.10 लाख जनसंख्या है शहर की
– 45 वार्ड नगर निगम में
– 15 पानी की टंकियां बनाई गईं हैं
– 35 एमएलडी पानी सप्लाई किया जाता है प्रतिदिन शहर में
– 32 हजार नल कनेक्शन हैं शहर में
– 15 फीसदी पानी हो रहा रोजाना