मौसम में अब आगे क्या
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मप्र में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच वेदर सिस्टम बनने के कारण १ से ३ जनवरी के बीच मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में मौसम खराब रहेगा। इस दौरान प्रदेश के सभी जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। सतना में बुधवार को हल्की बौछार गिरी। इससे दिन में गलन और बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। इस बीच कुछ स्थानों पर बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।
दलहनी फसलों को नुकसान
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मप्र में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच वेदर सिस्टम बनने के कारण १ से ३ जनवरी के बीच मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में मौसम खराब रहेगा। इस दौरान प्रदेश के सभी जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। सतना में बुधवार को हल्की बौछार गिरी। इससे दिन में गलन और बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे। इस बीच कुछ स्थानों पर बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।
दलहनी फसलों को नुकसान
इस वर्ष बिन मौसम छाए बादल और बारिश के कारण दलहनी फसलों पर संकट खड़ा हो गया है। दिसंबर में रिकार्ड 30 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। मावठे की पहली बारिश से फसलों को लाभ हुआ था लेकिन लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम खराब बना हुआ है। दस दिन से धूप न निकलने एवं नए साल का आगाज बारिश के साथ होने से खेतों में नमी बढ़ गई है। इसे दलहनी फसलों के लिए नुकसानदायक माना जा रहा है।
एक जनवरी का मौसम
2018 अधि. 23.7
न्यून. 6.9 2019 अधि. 24.5
न्यून. 5.6 2020
अधि.19.1 न्यून.10.8
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