मैत्री पार्क सुबह -सुबह ठहाकों से उठता हैं गंूज अगर आप सुबह -सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए मैत्री पार्क आएंगे तो आपको एक ग्रुप जोर-जोर ठहाके लगाता नजर आएगा। जी हां हम बात कर रहे हैं मॉर्निंग वॉक एसोसिएशन ग्रुप की । जिसका गठन २५ वर्ष पहले प्रमुख चंद्रकांत वाधावानी ने की । पर दस साल पहले जब एक शोध में निकला कि लोग हंसना भूल गए हैं। जिससे तरह तरह की उन्हें परेशानी हो रही है। तब उन्होंने इस ग्रप को लॉफ्टर ग्रुप में बदल दिया। बस क्या जब से आज तक इनका ग्रुप हर दिन २० मिनट तक पार्क में जमकर ठहाका लगाता है। इन ठहाकों को थेरिपी की तरह इस्तेमाल किया जाता है। आस-पास गुजरने वाले लोगों को अपने पास बैठाकर हंसवाया जाता है। ग्रुप द्वारा हर दिन हास्य कविताएं, चुटकुले भी प्रस्तुत किए जाते हैं ताकि दिन की शुरूआत स्वच्छ वातावरण के बीच हंसी ठिठोली से बीते। ग्रुप में संजय गुप्ता, हेमू, भोजवानी, मिल, अमित कापड़ी, राजीव जानवानी, राजू सेवानी, प्रेम प्रकाश, चेला राम, मनोज नोटवानी, डॉ. अशोक अग्रवाल, अजय पांडेय, गेंदलाल पटेल, आशीष ताम्रकार, नितिश बड़ेरिया, भारत मंगनानी, श्याम मोरयानी शामिल हैं।
हंसना बहुत ही अच्छी थेरिपी शहर के विशेषज्ञों का माने तो हंसने की आदत कई परेशानियां कम करती है। हंसने से तनाव कम होता है। अगर आप एक बार खुलकर हंसते हैं तो 45 मिनट तक मांसपेशियों को आराम मिलता है। रोगों से लडऩे की क्षमता भी बढ़ती है।
हंसने से वजन भी कम होता है। दस से पंद्रह मिनट हंसने से 40 कैलोरी बर्न होती है। हंसने से क्रोध कम होता है और दिल की बीमारियां भी कम होती हैं।
हंसने से वजन भी कम होता है। दस से पंद्रह मिनट हंसने से 40 कैलोरी बर्न होती है। हंसने से क्रोध कम होता है और दिल की बीमारियां भी कम होती हैं।