स्टूडेंट्स काउंसलर पूनम रलहन ने बताया कि स्टूडेंट्स में पिछले तीन सालों में ज्यादा क्रेज देखा जा रहा है । यूपीएससी और पीएससी में जिस तरह से शहर और आस पास के युवा सिलेक्ट हो रहे हैं। उनकी वजह से स्कूली बच्चों में यूपीएससी का क्रेज बढ़ा है। इंस्पायर कर रहे युवा अधिकारियों के इंटरव्यू स्टोरी से विवेकानंद कॅरियर प्रकोष्ठ के अधिकारी डॉ. सुशील मिश्रा का कहना है कि शहर के बच्चे और यूपीएससी, पीएससी में सिलेक्ट होने वाले युवाओं के इंटरव्यू और उनकी स्टोरी से बच्चे इंस्पायरर हो रहे हैं। आय दिन सोशल मीडिया में जिस तरह से प्रशासनिक अधिकारियों की अच्छे कार्यों को शेयर किया जा रहा है उससे भी युवा प्रभावित हो रहे हैं। कुल मिलाकर प्रशासनिक सेवाएं देने वाले युवा अधिकारी बच्चों के लिए रोल मॉडल बन चुके हैं इसलिए उनके सपने अब बच्चों के सपने बन चुके हैं।
गवरमेंट गल्र्स कॉलेज के प्रोफेसेर डॉ. एके पांडेय का कहना है कि आर्ट में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट में कई स्टूडेंट मैथ साइंस के भी होते हैं। वजह है सिविल सर्विसेज में जाना। पहले सिर्फ वही बच्चे बीए करने में रुचि लेते थे जिनकी नंबर 55 से 65 फाइव के बीच में होते थे। पर अब एेसा नहीं हैं। 70 से 80 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्राएं भी बीए कर रही हैं क्योंकि उनका टारगेट ही सिविल सर्विस में जाना है।