scriptआइएस और पीसीएस अधिकारी से प्रभावित हो रहे युवा | Youngsters affected by IS and PCS officers | Patrika News

आइएस और पीसीएस अधिकारी से प्रभावित हो रहे युवा

locationसतनाPublished: May 28, 2019 10:03:31 pm

Submitted by:

Jyoti Gupta

– साइंस, कॉमर्स से ज्यादा कला पाठ्यक्रमों की पूछ परख- अच्छे माक्र्स लाने वाले छात्र भी करना चाहते हैं बीए

Youngsters affected by IS and PCS officers

Youngsters affected by IS and PCS officers

सतना. यंग जनरेशन के बीच सिविल सर्विसेज की डिमांड बराबर बनी हुई है। शहर के युवा प्राशासनिक अधिकारियों से प्रेरित होकर सिविल सर्विसेज में जाने की तैयारी कर रहे हैं। ये हम नहीं कर रहे, बल्कि शहर के पिछले पांच सालों में बीए में एडमीशिन लेने वाले स्टूडेंट्स की बढ़ती संख्या बता रही है। इनमे से करीब 60 प्रतिशत युवाओं का रुझान सिविल सर्विसेज के लिए है। कुछ ही छात्र एेसे हैं जिन्होंने डॉक्टर, इंजीनियर, व दूसरे क्षेत्र में जाने की बात कही। कई कॉलेज से मिली जानकारी से भी यह पता चला कि अब तक करीब 60 प्रतिशत युवाओं ने कला पाठ्यक्रमों की शीट, उसमें दाखिले की प्रक्रिया में जानने की कोशिश की।
पिछले तीन साल में बढ़ा युवाओं में रुझान
स्टूडेंट्स काउंसलर पूनम रलहन ने बताया कि स्टूडेंट्स में पिछले तीन सालों में ज्यादा क्रेज देखा जा रहा है । यूपीएससी और पीएससी में जिस तरह से शहर और आस पास के युवा सिलेक्ट हो रहे हैं। उनकी वजह से स्कूली बच्चों में यूपीएससी का क्रेज बढ़ा है। इंस्पायर कर रहे युवा अधिकारियों के इंटरव्यू स्टोरी से विवेकानंद कॅरियर प्रकोष्ठ के अधिकारी डॉ. सुशील मिश्रा का कहना है कि शहर के बच्चे और यूपीएससी, पीएससी में सिलेक्ट होने वाले युवाओं के इंटरव्यू और उनकी स्टोरी से बच्चे इंस्पायरर हो रहे हैं। आय दिन सोशल मीडिया में जिस तरह से प्रशासनिक अधिकारियों की अच्छे कार्यों को शेयर किया जा रहा है उससे भी युवा प्रभावित हो रहे हैं। कुल मिलाकर प्रशासनिक सेवाएं देने वाले युवा अधिकारी बच्चों के लिए रोल मॉडल बन चुके हैं इसलिए उनके सपने अब बच्चों के सपने बन चुके हैं।
आट्र्स में अब साइंस के स्टूडेंट भी
गवरमेंट गल्र्स कॉलेज के प्रोफेसेर डॉ. एके पांडेय का कहना है कि आर्ट में दाखिला लेने वाले स्टूडेंट में कई स्टूडेंट मैथ साइंस के भी होते हैं। वजह है सिविल सर्विसेज में जाना। पहले सिर्फ वही बच्चे बीए करने में रुचि लेते थे जिनकी नंबर 55 से 65 फाइव के बीच में होते थे। पर अब एेसा नहीं हैं। 70 से 80 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्राएं भी बीए कर रही हैं क्योंकि उनका टारगेट ही सिविल सर्विस में जाना है।
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