जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ संजीव प्रजापति ने बताया, 26-27 जून की दरम्यानी रात आकस्मिक ड्यूटी पर थे। रात 11:45 बजे उतैली निवासी मनीष पटेल नामक युवक जिला अस्पताल पहुंचा। उसके साथ में एक युवक और महिला थी। मनीष अपने आपको सांसद का रिश्तेदातर बता चिकित्सक पर स्वस्थ्य युवक को दाखिल करने दवाब बना रहा था। चिकित्सक ने विरोध किया तो उसने कालर पकड़ ली और बोला तू जानता नहीं मैं कौन हूं। मैं सांसद का रिश्तेदार हूं, चुपचाप दाखिल कर ले नहीं तो अच्छा नहीं होगा। युवक की अभद्रता से नाराज चिकित्सक डॉ प्रजापति ड्यूटी रुम से बाहर निकल आए। उन्होंने मामले की जानकारी जिला अस्पताल प्रबंधन सहित आईएमए पदाधिकारियों को दी।
आईएमए की सूचना के बाद भी नहीं पहुंची डॉयल 100
आईएमए अध्यक्ष डॉ भरत बोरा को जिला अस्पताल में बवाल की जैसे ही सूचना मिली उन्होंने डॉयल १०० को मामले की जानकारी दी। डॉ बोरा अन्य पदाधिकारियों के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। लेकिन सूचना देने के आधा घंटे बाद तक डॉयल 100 मौके पर नहीं पहुंची थी। आईएमए के पदाधिकारियों ने नाराजगी जताई।
आईएमए अध्यक्ष डॉ भरत बोरा को जिला अस्पताल में बवाल की जैसे ही सूचना मिली उन्होंने डॉयल १०० को मामले की जानकारी दी। डॉ बोरा अन्य पदाधिकारियों के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। लेकिन सूचना देने के आधा घंटे बाद तक डॉयल 100 मौके पर नहीं पहुंची थी। आईएमए के पदाधिकारियों ने नाराजगी जताई।
सांसद का नाम सुनते ही तमाशबीन बनी पुलिस-
पुलिस अधिकारियों को जानकारी लगने के बाद सीएसपी, टीआई पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे। सांसद का नाम सुनते ही पुलिस अधिकारी बैकफुट पर आ गए। पुलिस के सामने भी युवक गाली-गलौज करते रहे। एक चौपहिया वाहन में पहुंचे युवक उल्टे चिकित्सक पर मामला दर्ज कराने का दवाब बनाते रहे। पुलिस ने युवक के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए समझाईश देकर चलता कर दिया।
पुलिस अधिकारियों को जानकारी लगने के बाद सीएसपी, टीआई पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे। सांसद का नाम सुनते ही पुलिस अधिकारी बैकफुट पर आ गए। पुलिस के सामने भी युवक गाली-गलौज करते रहे। एक चौपहिया वाहन में पहुंचे युवक उल्टे चिकित्सक पर मामला दर्ज कराने का दवाब बनाते रहे। पुलिस ने युवक के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए समझाईश देकर चलता कर दिया।
आकस्मिक चिकित्सा इकाई की सेवाएं हुई बाधित-
देर रात युवकों के जिला अस्पताल में हंगामा मचाने से आकस्मिक इकाई की चिकित्सा सेवाएं बेपटरी हो गई। अस्पताल पहुंचने के बाद भी पीडि़तों को इलाज नहीं मिल पाया। लोगों को बवाल के चलते घंटो भटकाव झेलना पड़ा।
देर रात युवकों के जिला अस्पताल में हंगामा मचाने से आकस्मिक इकाई की चिकित्सा सेवाएं बेपटरी हो गई। अस्पताल पहुंचने के बाद भी पीडि़तों को इलाज नहीं मिल पाया। लोगों को बवाल के चलते घंटो भटकाव झेलना पड़ा।
उल्टे डाक्टर पर लगाए आरोप-
युवक ने चिकित्सक पर आरोप लगाए कि उसके साथ ड्यूटी रुम में मारपीट की गई है। उसका मोबाइल छीना गया है। लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने कहा, युवक अपना बचाव करने झूठा आरोप लगा रहा है। उल्टे वह ही चिकित्सक से अभ्रदता कर रहा था।
युवक ने चिकित्सक पर आरोप लगाए कि उसके साथ ड्यूटी रुम में मारपीट की गई है। उसका मोबाइल छीना गया है। लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने कहा, युवक अपना बचाव करने झूठा आरोप लगा रहा है। उल्टे वह ही चिकित्सक से अभ्रदता कर रहा था।