जिसका गोपनीय रूप से सत्यापन कराया गया। सत्यापन के दौरान परिवादी से 15 हजार रुपए रिश्वत राशि की मांग की एवं 10 हजार रुपए जुर्माना राशि का डीडी बनवाने को कहा। इस पर सोमवार को पुन: सत्यापन कराया गया तो आरोपी द्वारा जुर्माना राशि 10 हजार रुपए से कम कर 5 हजार रुपए की डीडी केस के फैसले के बाद बनवाने की कही।
डीडी के जुर्माना राशि के शेष 5 हजार रुपए रिश्वत राशि 15 हजार रुपए बढ़ाने को कहा। इस प्रकार कुल 20 हजार रुपए की मांग की गई। एसीबी ने सोमवार को 20 हजार रुपए राशि रिश्वत की लेते हुए रंगे हाथों आरोपी को पकडऩे के लिए जाल बिछाया गया तो आरोपी को नोट गिनते वक्त नोटो पर लगे पाउडर का शक होने पर परिवादी इशारा करने आया, तो वह इतने में ही पीछे के रास्ते से फरार हो गया।
बाद में एसीबी टीम ने उसकी संभावित स्थानों पर तलाश किया, तो आरोपी रणथम्भौर रोड स्थित गणेशधाम पुलिस चौकी के पास भागने की फिराक में खड़ा मिला। इस पर आरोपी को बाद में पूछताछ कर गिरफ्तार किया। आरोपी की निशानदेही पर रिश्वत की राशि जिला अभिलेखागार कलक्ट्रेट से बरामद की गई।