VIDEO: आबादी क्षेत्र में आया बाघ, महिला का किया शिकार, घटना के तीन घंटे वाद वन अधिकारी पहुंचे मौके पर
शिकार बांधकर बिछाया ट्रेप
सुबह से ही बाघ की ट्रेकिंग कर रही वन विभाग की टीम को शाम करीब चार बजे मासलपुर में ठीकरा गोशाला के पास नजर आया था। इसके बाद अधिकारियों ने बाघ को ट्रेप में फंसाने के लिए गोशाला के पास पाड़ा बांध दिया। इसके करीब पौने दो घंटे के बाद बाघ शिकार के नजदीक पहुंचा तो ेटीम ने बाघ को टे्रंकुलाइज कर लिया।
शिकार बांधकर बिछाया ट्रेप
सुबह से ही बाघ की ट्रेकिंग कर रही वन विभाग की टीम को शाम करीब चार बजे मासलपुर में ठीकरा गोशाला के पास नजर आया था। इसके बाद अधिकारियों ने बाघ को ट्रेप में फंसाने के लिए गोशाला के पास पाड़ा बांध दिया। इसके करीब पौने दो घंटे के बाद बाघ शिकार के नजदीक पहुंचा तो ेटीम ने बाघ को टे्रंकुलाइज कर लिया।
एनक्लोजर में भी रखा जा सकता है बाघ
वन विभाग की टीम बाघ को लेकर कैलादेवी अभयारण्य से निकल चुकी है। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे तक टीम ने रणथम्भौर में पहुंचने की संभावना है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाघ को कुछ दिनों के लिए तालेड़ा के भिड में बनाए गए एनक्लोजर में निगरानी में रखा जा सकता है। इसके बाद बाघ को वापस जंगल में छोड़ा जा
सकता है।
ये रहे मौजूद….
वन विभाग के ऑपरेशन के दौरान रणथम्भौर के एसीएफ संजीव शर्मा, टे्रंकुलाइजर एक्सपर्ट राजवीर सिंह, अतुल गुर्जर, पशु चिकित्सक डॉ. राजीव गर्ग व कैलादेवी अभयारण्य करौली उपवन संरक्षक श्रवणकुमार रेड्डी, उपवन संरक्षक हेमंत सिंह, एसीएफ लाखनसिंह, मासलपुर के क्षेत्रीय वन अधिकारी विजयपाल मीणा, खेड़ा वनपाल महेश चंद्र शर्मा आदि मौजूद थे।
यूं चला घटना क्रम
4.00 बजे सुबह पहुंची वन विभाग की टीम
6.00 बजे से वन कर्मियों ने टे्रकिंग शुरू की
4.00 बजे गौशाला के पास नजर आया बाघ
4.30 बजे बाघ के लिए पाड़ा बांधा गया।
5.40 पर शिकार के पास पहुंचा बाघ
5.51 पर बाघ को किया टे्रकुंलाइज
6.20 मिनट पर चिकित्सक ने बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण किया
7.00 बजे बाघ को पिंजरे में शिफ्ट किया
7.20 बजे बाघ को रिवाइल दिया।
7.37 बजे पिंजरे को वाहन में रखा
8.00 बजे वन विभाग का वाहन रणथम्भौर के लिए रवाना।
4.00 बजे सुबह पहुंची वन विभाग की टीम
6.00 बजे से वन कर्मियों ने टे्रकिंग शुरू की
4.00 बजे गौशाला के पास नजर आया बाघ
4.30 बजे बाघ के लिए पाड़ा बांधा गया।
5.40 पर शिकार के पास पहुंचा बाघ
5.51 पर बाघ को किया टे्रकुंलाइज
6.20 मिनट पर चिकित्सक ने बाघ का स्वास्थ्य परीक्षण किया
7.00 बजे बाघ को पिंजरे में शिफ्ट किया
7.20 बजे बाघ को रिवाइल दिया।
7.37 बजे पिंजरे को वाहन में रखा
8.00 बजे वन विभाग का वाहन रणथम्भौर के लिए रवाना।