इस पर सभी सदस्यों ने सहमति व्यक्त की। विधायक ने कॉलेज की भूमि का सीमाज्ञान करा चारदीवारी कराने का सुझाव दिया। इस पर उपजिला कलक्टर विजेन्द्र कुमार मीना ने समस्या का निकाकरण कराने का आश्वासन दिया। शिक्षाविद् प्रो. श्यामलाल मीना ने छात्र निधि में से छात्र विकास शुल्क के विकास समिति खाते में स्थानांतरित करवाने का प्रस्ताव रखा। विधायक ने कॉलेज परिसर में पेयजल किल्लत को जल्द दूर करने की बात कही।
इन पर बनी सहमति
बैठक में प्राचार्य कक्ष के पास रिटायरिंग रूम का निर्माण कराने, वाहन स्टैण्ड का विस्तार, महाविद्यालय परिसर की रंगाई-पुताई कराने, महाविद्यालय की चारदीवारी की मरम्मत कराने व अधूरी चारदीवारी को पूरी कराने, जरूरत के अनुसार पंखे लगवाने व आरओ मशीन ठीक कराने के प्रस्ताव परित हुए।
इसी प्रकार एनजीओ के माध्यम से अतिरिक्त कार्मिक रखने, कार्यरत एनजीओ कार्मिकों के मानदेय में वृद्धि करने, खेल मैदान में ४०० मीटर रैसिंग टे्रक बनवाने एवं १२वीं पंचवर्षीय योजना में यूजीसी द्वारा व्यय की गई विकास राशि में से कॉलेज द्वारा २० प्रतिशत मेचिंग ग्रान्ट जारी करने पर सहमति बनी। विकास समिति सचिव प्रो. गोपाललाल सोनी ने गत मीटिंग की कार्रवाई का पठन किया। कोषाध्यक्ष बी.एस. मीना ने व्यय का ब्यौरा पेश किया। इस अवसर समति सदस्य मुकेश देहात, रविप्रकाश मीना, डॉ. कालूराम मीना, प्रो. कैलाश बैरवा, दिनेश नापित, प्रो. रामकेश आदिवासी, छात्रसंघ अध्यक्ष संतोष मीना, प्रो. गोपाल लाल मीना, डॉ. रविबाला, महेन्द्र मीना एवं डॉ. अरविन्द दीक्षित आदि उपस्थित थे।