कस्बे के मीन मंदिर धर्मशाला के एक कमरे में गत दिनों मृत मिली युवती की शनिवार को भाई ने मोर्चरी पहुंच अपनी बहन माया मीणा की रूप में पहचान की। युवती बोरदा तहसील मांगरोल जिला बारां की रहने वाली थी।
अंतिम संस्कार के लिए शव देने की पेशकश को ठुकराने के बाद पुलिस ने अपने स्तर पर मृतका का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कराया। इधर, युवती की पहचान के बाद हत्या की गुत्थी सुलझने की उम्मीद थी, लेकिन भाई द्वारा मिली जानकारी से मामला और उलझ गया।
चाल-चलन से नाराज थानाधिकारी रामवीर सिंह ने बताया कि पीहर वाले युवती के चाल-चलन से बेहद नाराज थे। माया की शादी चार साल पहले रामपुरियां थाना बुढ़ादीथ के महावीर मीणा से हुई थी। पति से अनबन के बाद वह अलग रहने लगी थी। उसकी बुरी आदतों से पीहर पक्ष भी नाराज था। विगत कई महीनों से उसका पीहर में आना-जाना नहीं था।
गुत्थी उलझी पुलिस युवती की मौत के रहस्य पर से पर्दा हटाने के लिए उसकी पहचान कराने पर जोर दे रही थी। हालांकि युवती के एक हाथ में गुदे महावीर संग माया के नाम से उसके शादीशुदा होने का यकीन था। पुलिस को उसकी पहचान के बाद अंतिम बार धर्मशाला में आए युवक के बारे में जानकारी मिलने की पूरी उम्मीद थी। भाई द्वारा इस बारे में कोई जानकारी नहीं देन से पुलिस को निराशा हाथ लगी।