शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंची खण्डार थाना व बहरावण्डा खुर्द पुलिस ने बोट की सहायता से शव को नदी से बाहर निकाला तथा मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। वही पाली ब्रिज से मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित सामरसा चौकी पुलिस ने सूचना के बाद भी मामले से दूरी बनाए रखी।
बोट चालक कुलदीप सिंह सांखला ने बताया कि घटना के बाद से रोजाना वह चम्बल में गश्त के दौरान युवक की तलाश भी किया करता था। रोज को तरह सोमवार को वह चम्बल में बोट लेकर गश्त के लिए निकला था कि पाली ब्रिज से करीब 30 मीटर दूरी पर उसको एक युवक की लाश पानी की सतह पर तैरती नजर आयी। पास आने पर किसी युवक के ही शव का होने की पुष्टि हुई। उसने युवक नरेश का ही शव होने का अंदेशा जताया।
शव मिलने की सूचना उसने तुरंत खण्डार थाने व बहरावण्डा खुर्द चौकी को दी। सूचना पर पहुंचे खण्डार थाने से एएसआई राधेश्याम जाट व बहरावण्डा खुर्द चौकी से जीतराम चौधरी ने कुछ लोगो की सहायता से शव को नदी से बाहर निकाला। वही साथ आये बहरावण्डा खुर्द सीएचसी प्रभारी डॉ दिनेश कुमार चांदा ने मौके पर ही शव का पोस्टमार्टम किया। पुलिस ने शव मिलने की सूचना परिजनों को दी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
क्षत-विक्षत मिला शव:-
बहरावण्डा खुर्द चौकी के कांस्टेबल जीतराम चौधरी ने बताया की सूचना मिलने पर पाली स्थित चम्बल पहुंचे। साथ जी परिजनों को भी सूचित किया गया। नदी से जब शव निकाला गया तो बॉडी पर धड़ के ऊपर का हिस्सा नही था। जलीय जीवो ने गर्दन से ऊपर का पूरा भाग खा लिया होगा वही हाथ व पैरो के हिस्से भी क्षत विक्षत मिले। शव को बाहर निकालने के बाद डॉ दिनेश ने पोस्टमार्टम किया और शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
ग्रामीणों ने की मांग:-
शव की सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि पाली ब्रिज अब धीरे धीरे सुसाइड पॉइंट बनता जा रहा है। गत मार्च माह में भी इसी प्रकार एक प्रेमी युगल ने आत्महत्या करने के लिए ब्रिज से छलांग लगा दी थी जिसमे युवक का शव 5 दिन बाद मिला। उससे पहले भी कई युवा ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुके है। ग्रामीणों की प्रशासन से मांग है कि पाली ब्रिज पर सुरक्षा सम्बन्धित इंतजाम किए जावे ताकि आसानी से कोई भी चलता फिरता ब्रिज से छलांग ना लगा पाये। वही पुलिस प्रशासन के लिए इस प्रकार की वारदातें सिरदर्द से कम नही है। ऐसे मामलों में ना ही तो राजस्थान पुलिस और ना ही मध्यप्रदेश पुलिस जबाबदारी लेती है।
कुलदीप का रहा सहयोग:-
युवक नरेश के चम्बल में कूदने के बाद दोनों राज्यो की पुलिस ने युवक को तलाशने के लिए जहाँ अपना पल्ला झाड़ लिया वही बोट चालक कुलदीप सिंह सांखला बिना किसी जिम्मेदारी के भी युवक को तलाशने के लिए रोज अपनी बोट चम्बल में दौड़ाते थे। सोमवार सुबह भी गश्त के दौरान कुलदीप को दूर से कुछ तैरता नजर आया। जब कुलदीप की बोट उसके पास आई तो वह सकपका गए। वो एक युवक की लाश थी। कुलदीप ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी।