VIDEO: बाहर विरोध में बैठे कांग्रेसी पार्षद, अंदर चलती रही बोर्ड बैठक, सभापति दो बार आई मनाने, नहीं माने पार्षद,
कोरम की न्यूनतम संख्या के बीच पास हुआ बजट, एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने साधारण सभा की बैठक का बहिष्कार

सवाईमाधोपुर. जनता की समस्याएं, वार्डों में विकास कार्य, स्वच्छता अभियान में खानापूर्ति, बजट सत्र में बैठक बुलाने आदि मुद््दों से परेशान होकर शनिवार को एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने साधारण सभा की बैठक का बहिष्कार कर दिया। नगरपरिषद की बोर्ड बैठक शनिवार अपराह्न तीन बजे परिषद सभागार में आयोजित होनी थी, लेकिन पांच बजे तक भी कोरम पूरा नहीं हो सका। इस दौरान सभागार में केवल आयुक्त सुरेन्द्रङ्क्षसह यादव, सभापति विमला शर्मा व 15 पार्षद मौजूद थे। शाम पांच बजे बाद कोरम पूरा होने पर बोर्ड बैठक शुरू हुई।
आयुक्त सुरेन्द्रसिंह यादव ने बताया कि बैठक में वर्ष 2018-19 में परिषद का बजट अनुमोदन का एजेण्डा रखा गया। सभापति विमला शर्मा की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। आयुक्त ने बजट के आय-व्यय के आंकड़े पढ़कर सुनाए। परिषद की वर्ष 2018-19 की आय मद में 8436.51 लाख रुपए एवं व्यय मद में 8436.51 लाख रुपए का बजट सदन की ओर से सर्वसम्मति से पारित किया गया। इससे पहले पार्षदों ने सभापति पर आरोप लगाते हुए बताया कि करीब आठ माह से बोर्ड की बैठक नहीं हो रही है। अब बजट के समय पार्षदों को बुलाकर बैठक करवाने की याद आई है। बैठक बहिष्कार के बाद खफा पार्षदों ने नगर परिषद प्रशासन व सभापति के खिलाफ नारेबाजी भी की।
पहली बार बुलाई महिला पुलिस
पार्षदों ने बताया कि पिछले तीन साल में अब तक पांच बार बोर्ड की बैठक हुई है। इसमें तीन बैठकों का कार्य बहिष्कार हो चुका है, जबकि शनिवार को चौथी बैठक का बहिष्कार किया गया। नगरपरिषद ने बोर्ड की बैठक में हंगामे की स्थिति को देखते हुए पहली बार महिला पुलिस को भी बुलाया।
दो बार मनाने पहुंची सभापति
बोर्ड बैठक में नहीं पहुंचे पार्षद अलग ही पार्क में बैठे रहे। इस दौरान सभापति विमला शर्मा दो बार पार्षदों को मनाने आई, लेकिन पार्षद नहीं माने। पार्षदों ने वार्डों में विकास कार्यों नहीं, पानी की समस्या आदि समस्याएं गिराई। सवालों पर सभापति पार्षदों को संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी।
खाली रही कुर्सियां
बोर्ड बैठक में पार्षदों के नहीं आने से सभागार में कुर्सियां खाली रहीं। शाम पांच बजे तक रजिस्टर में केवल 15 पार्षदों के ही हस्ताक्षर थे। करीब दर्जनभर पार्षद परिषद पहले पार्क में बैठे रहे, फिर बाद में सभागार हॉल के बाहर खड़े होकर बैठक का बहिष्कार किया। पार्षदों का आरोप था कि उनकी समस्याओं को नहीं सुना जा रहा है।
जताया विरोध
परिषद नेता प्रतिपक्ष गिर्राजसिंह ने बताया कि बोर्ड बैठक अपराह्न तीन बजे बैठक हुई। इसमें कांग्रेसी पार्षद नगरपरिषद में आए और हॉल के बाहर धरने पर बैठ गए। पार्षदों के विरोध व नारेबाजी के चलते सभापति ने पुलिस बुलाई। उन्होंने बताया कि पुलिस जाप्ता का विरोध करने पर सभापति बाहर आई और पार्षद मीटिंग हॉल में चलने को कहा। लेकिन पार्षदों ने विकास कार्यों नहीं कराने का हवाला देते हुए अंदर जाने से मना दिया। पार्षदों ने आरोप लगाया कि पेयजल आपूर्ति शुरू होते ही बिजली काट ली जाती है।
इससे वार्डों में पेयजल समस्या बनी है। इसके अलाव सफाई व्यवस्था, सड़कों पर घूम रहे आवारा जानवर से लोगों को खतरा बना है। गुर्जर ने बताया कि इन दिनों विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है। ऐसे व्यस्त समय पर परिषद ने बजट की बैठक बुलाई है। सभापति अपनी हठधर्मिता पर आमादा है और पुलिस जाप्ते का भय दिखाकर पार्षदों को बैठक में बुलाना चाहती है। इसका पार्षदों ने विरोध किया। इस मौके पर विमल महावर, मनीषा मीना, मोहसिना, आदिल चौधरी व सुमित टटवाल आदि मौजूद थे।
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