शहर के लोगों का कहना है कि विभाग की ओर से कई कॉलोनियों में तीन दिन में एक बार पानी दिया जा रहा है। वह भी महज 15 मिनट के लिए। वहीं विभाग का दावा है कि एक दिन छोडक़र शहर में करीब 35 मिनट पेयजल सप्लाई दी जा रही है। शहर की नसिया कॉलोनी, वैद्य कॉलोनी एवं नृसिंह कॉलोनी के लोगों ने बताया कि विभाग की ओर से डाले जा रहे ‘टैंकर ऊंट के मुंह में जीरा’ साबित हो रहे हैं।
इंटकवेल हुआ जाम
चम्बल नदी में इस बार आए पानी की वजह से इंटकवेल का पंप जाम हो गया है। ऐसे में चम्बल से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में शहर को मिलने वाले 20 लाख लीटर पानी की आपूर्ति 2 अक्टूबर से बंद है। ऐसे में शहर के लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है।
22 को घेराव की चेतावनी
शहर में पिछले कई दिनों से चल रही पेयजल की समस्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी शहर मण्डल के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की एक बैठक पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर के नेतृत्व में हुई। इसमें आगामी दिनों में पेयजल समस्या के निराकरण को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से मिलने का निर्णय किया। मण्डल अध्यक्ष गिरधारी सोनी ने अंत मे सभी का आभार जताया। बैठक के बाद पूर्व विधायक के नेतृत्व में सभी भाजपाई एसडीएम विजेन्द्र मीना से मिले। भाजपाइयों ने कहा कि पिछले दिनों सांसद की उपस्थिति में जनसुनवाई के दौरान जल की भीषण समस्या को लेकर उचित समाधान करने के निर्देश दिए गए, लेकिन अब भी समस्या जस की तस है। नसिया कॉलोनी निवासी धनेश शर्मा, पार्षद कमलेश महावर एवं पूर्व पार्षद भरतलाल मीना ने समस्या को गंभीर बताया। महेंद्र दीक्षित ने कहा कि संजय कॉलोनी में पिछले दिनों से नलों में पानी नहीं आ रहा है।
इनका कहना है
बोरिंग के जरिए शहर में पेयजल आपूर्ति की जा रही है। शहर में जहां भी किल्लत वहां टैंकरों से पानी डलवाया जा रहा है। इंटकवेल को सही होने में थोड़ा वक्त लगेगा। पार्षद या लोगों की मांग पर तुरंत टैंकर भेजे जा रहे हैं।
– रामकेश मीणा, अधिशासी अभियंता जलदाय विभाग गंगापुरसिटी