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VIDEO मोर्चरी में शोपीस बना डीफ्रीजर

locationसवाई माधोपुरPublished: May 22, 2019 11:35:15 am

Submitted by:

rakesh verma

कार्मिकों को नहीं आ रहा ऑपरेट करना मोर्चरी में सड़ते रहते है शव मानवीय संवेदनाओ से हो रहा खिलवाड़

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सवाईमाधोपुर जिला अस्पताल की मोर्चरी में शवों को सुरक्षित रखने के लिए डी फ्रीजर व अन्य संसाधनों के उपलब्ध होने के बाद भी कार्मिकों की लापरवाही के कारण डी फ्रीजर शोपीस बना हुआ है। इसका एक ताजा मामला गत दिनों सामने आया जब प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हुई और मोर्चरी में शव के सडऩे के कारण बदबू के चलते चिकित्सकों को पोस्टमार्टम मोर्चरी के बाहर खुले में करना पड़ा।
ऑपरेटर का भी अभाव
जिला अस्पताल में शवों को सुरक्षित रखने के लिए फ्रिज तो है लेकिन फ्रिज को ऑपरेट करने के लिए कार्मिेकोंं का अभाव है। जो कार्मिक वर्तमान में मोर्चरी में कार्यरत हैं। सूत्रों के अनुसार उन्हें फ्रीजर को ऑपरेट करना ही नहीं आता है ऐसे में मोर्चरी मेें डीफ्रीजर का उपयोग नहीं हो पा रहा है।
पिछले साल दिया गया था फ्रीजर
जिला अस्पताल की मोर्चरी में शवों को सुरक्षित तरीके से रखने व सडऩे से बचाने के लिए भारत विकास परिषद की शहर शाखा की ओर से गत वर्ष जिला अस्पताल प्रशासन को डीफ्रीजर दिया गया था। मोर्चरी में डीफ्रीजर की सुविधा होने के बाद भी शवों को सुरक्षित नहीं रखा जा रहा है।
कई बार देरी से होता है पोस्टमार्टम
रेल व सड़क हादसों में मरने वाले अज्ञात लोगों के शवों की कई बार समय पर पहचान नहीं हो पाती है। ऐसे में शवों को पुलिस व जीआरपी की ओर से जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया जाता है लेकिन अस्पताल की मोर्चरी में शवों को सुरक्षित रखने केे लिए मोर्चरी में व्यवस्था नहीं होने के कारण शवों में से दुर्गन्ध उडऩे लग जाती है।
आनन- फानन में किया अंतिम संस्कार
जिला अस्पताल की मोर्चरी में शवा के सडऩे की खबर उजागर होने के बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से आनन- फानन में ही अस्पताल प्रशासन की ओर से शवों का अंतिम संस्कार कर इतिश्री कर दी गई। ऐसे में अस्पताल प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
बर्फ का भी नहीं इंतजाम
जिला अस्पताल की मोर्चरी में अज्ञात शवों को सुरक्षित रखने के लिए बर्फ का बंदोबस्त भी नहीं किया जा रहा है। बर्फ के अभाव में शव जल्दी सडऩे लग जाते हैं ऐसे में शवों से दुर्गन्ध उडऩे लगती है। नियमानुुसार शवों को सुरक्षित रखने के लिए मोर्चरी में बर्फ का बंदोबस्त किया जाना अनिवार्य है।
जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
इधर मोर्चरी के बाहर शव का पोस्टमार्टम करने के मामले में पथिक लोक सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर चिकितसक व अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। समिति के सचिव मुकेश सीट ने बताया कि इस प्रकार खुले में पोस्टमार्टम करना मानवाधिकार का उलंघन है। मामले ने जिला कलक्टर ने जांच कराकर कार्रवई का आश्वासन दिया है।
इनका कहना है…..
अस्पताल की मोर्चरी में शवों को सुरक्षित रखने के लिए डीफ्रीजर की व्यवस्था है। लेकिन डीफ्रीजर में शव को रखने के बाद कार्मिक ने फ्रीजर को ऑन नहीं किया ऐसे में परेशानी हुई।
– डॉ. रंगलाल मीणा, पीएमओ , राजकीय सामान्य चिकित्सालय, सवाईमाधोपुर।

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