भात भरने के लिए जमा किये थे पैसे
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कमलेश चेजा पत्थर के काम पर मजदूरी कर परिवार का पालन कर रहा है। दो माह पहले पत्नी की बीमारी के चलते मौत हो गई। चार बेटी व एक बेटा है। काफी दिनों से मजदूरी कर भात भरने के लिए एक एक पैसा जमा कर रहा था। गुरुवार को ही 25 हजार रुपये का कपड़ा खरीद कर लाया था। भात के खर्च के लिए 25 हजार नकद राशि भी छप्पर में रखी थी, लेकिन आग ने सब कुछ जला दिया। यह भी पढ़ें : अंगों की खरीद-फरोख्त मामले में बड़ा खुलासा, 30 लाख में सौदा, हॉस्पिटल तक पहुंचती थी 10 लाख की बंधी