परिषद के जिला संयोजक नागेश शर्मा व नगर मंत्री सीताराम गुर्जर ने आरोप लगाया कि शहर में बिना मान्यता के कोचिंग व अन्य शिक्षण संस्थानों का संचालन किया जा रहा है, जो कि सरकारी नियमों के विपरीत है। उन्होंने बताया कि इन संस्थानों में विद्यार्थियों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं।
यहां तक कि छात्राओं को भी टॉयलेट जैसी सुविधा नहीं मिल पा रही है। वहीं यहां आगजनी से निपटने की भी व्यवस्था नहीं है। परिषद कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 48 घंटे में ऐसे संस्थानों पर कार्रवाई नहीं की गई तो परिषद छात्र हित में मजबूरन आंदोलन करने पर उतारू होंगे। ज्ञापन के दौरान नगर सह मंत्री मनोज पंडित, नगर सह मंत्री महेश सैनी, नागेश लोड़ी, राजेन्द्र सैनी, तरुण शर्मा, आशीष घुरैया, भूपेन्द्र गुर्जर, मनमोहन सैनी, सचिन कुमार, अजय शर्मा, मनोज अवाना, सचिन कुमार, पिंटू शर्मा, राजवीर गुर्जर, धीरज, गणेश सिंह, सुनील जोशी, तनुज सैनी, संदीप सैन, कुलदीप एवं पिंटू सैनी समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।