जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में कोरोना की लहर कितनी खतरनाक है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में करीब 1300 लोग कोरोना जांच के लिए जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में लोगों को सैंपलिंग के लिए घंटोंं तक कतार में इंतजार करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में सैंपलिंग के लिए 1200 से 1500 तक लोग आ रहे हैं। जबकि जांच के काम में आने वाली स्लाइड की आपूर्ति काफी कम हो रही है। बुधवार शाम को भी जिला अस्पताल में कोरोना जांच में काम आने वाली स्लाइड खत्म हो गई थी। ऐसे में बुधवार को कई लोगों को बिना सैंपल दिए ही वापस लौटना पड़ा। हालांकि अस्पताल प्रशासन की माने तो अब स्लाइड का पर्याप्त स्टॉक आ गया है।
जिला अस्पताल में कोरोना सैंपलिंग के लिए गुरुवार को सुबह से ही भारी भीड़ नजर आई। स्लाइड का स्टॉक आने के बाद फिर से सैंपलिंग शुरू की गई। लोग कतार में खड़े होकर घंटों तक अपनी बारी आने का इंतजार करते नजर आए। ऐसे में कोरोना काल में इतनी लम्बी कतार व लोगों की भीड़ लगना भी संक्रमण व बीमारी को दावत देने के ही समान है, लेकिन इसके बाद भी अस्पताल प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना लैब में सैंपल की टेस्टिंग के लिए एक बार में कोरोना जांच मशीन की एक प्लेट में 96 सैंपल लगाए जाते हैं। इन 96 सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में करीब दो से तीन घंटे का समय लग जाता है, जबकि प्रतिदिन 1200 से अधिक सैंपल लैब में जांच के लिए आ रहे हैं। ऐसे में रिपोर्ट में दो से तीन दिनों का समय लग रहा है।