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-कोरोना संक्रमित चिकित्सक ने कोविड रोकथाम में बताई सिस्टम में खामी…

locationसवाई माधोपुरPublished: Sep 17, 2020 07:06:38 pm

Submitted by:

rakesh verma

-कोरोना संक्रमित चिकित्सक ने कोविड रोकथाम में बताई सिस्टम में खामी…-हर जिले में कोरोना जांच लैब खोलने के होने चाहिए प्रयास-तीन से चार दिन में देरी से मिल रही रिपोर्ट-जिले में साढ़े तीन हजार से ज्यादा रिपोर्ट पेंडिंगसवाईमाधोपुर. सवाईमाधोपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में कोविड 19 रोगियों की ना तो समय पर जांच हो रही है और ना ही समय पर रिपोर्ट आ रही है।

-कोरोना संक्रमित चिकित्सक ने कोविड रोकथाम में बताई सिस्टम में खामी...

-कोरोना संक्रमित चिकित्सक ने कोविड रोकथाम में बताई सिस्टम में खामी…

-कोरोना संक्रमित चिकित्सक ने कोविड रोकथाम में बताई सिस्टम में खामी…
-हर जिले में कोरोना जांच लैब खोलने के होने चाहिए प्रयास
-तीन से चार दिन में देरी से मिल रही रिपोर्ट
-जिले में साढ़े तीन हजार से ज्यादा रिपोर्ट पेंडिंग
सवाईमाधोपुर. सवाईमाधोपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में कोविड 19 रोगियों की ना तो समय पर जांच हो रही है और ना ही समय पर रिपोर्ट आ रही है। जैसे किसी मरीज को आज कोरोना हुआ है तो उसकी सेंपलिंग के बाद रिपोर्ट तीन से चार दिन में मिल रही है। वहीं अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तब तक कोविड मरीज तीन से चार दिन में 80 से 120 लोगों को संक्रमित कर चुका होता है। ऐसे में संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है। पर सरकार एवं प्रशासन की आंखें नहीं खुल रही है। सरकारी तंत्र कोरोना की लड़ाई में थका सा नजर आ रहा है।
कोरोना संक्रमित चिकित्सक ने बताई सिस्टम में खामी…
कोरोना संक्रमित हुए सवाईमाधोपुर के चिकित्सक डॉ. सुमित गर्ग ने बताई सरकारी सिस्टम में कहां खामी हो रही है। इसे लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, चिकित्सा मंत्री सहित मेडिकल कौंसिल दिल्ली आदि को ट्वीट भी किया है। इसमें कहा कि ‘जल्द जांच एवं जल्द उपचारÓ ही कोराना बचाव का मूल मंत्र है।
बकौल डॉ. गर्ग ‘मैं कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित हुआ था। इसके बाद ठीक हो गया था, लेकिन पांच दिन पहले फिर कोरोना संक्रमित हो गया। तब से जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती हूं। इस दो बार संक्रमण के दौरान सिस्टम की खामी को महसूस किया। मेरे कोरोना होने के बाद जिले के किसी भी चिकित्सा विभाग, सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी ने एक बार भी कोरोना को लेकर फोन नहीं किया। उन्हें इसका पता भी है या नहीं। मैं नहीं जानता। लेकिन सरकारी तंत्र कोरोना के आगे हारता दिख रहा है। मरीज खुद अपनी लड़ाई लड़ रहा है। सेंपल देने वाले व्यक्ति की रिपोर्ट 3 से 4 दिन में आ रही है। अगर पॉजिटिव है तो तब तक वह 100 से 125 लोगों को संक्रमित कर चुका होगा। सरकार लैब की संख्या क्यों नहीं बढ़ा रही। लैब बढ़ेगी तो जांचें बढ़ेंगी, रिपोर्ट जल्द मिलेगी। जल्द उपचार शुरू होगा। संक्रमण की दर घटेगी। कई प्राइवेट लैब हैं, जो सैंपल लेने एवं जांच सुविधा देने को तैयार है। जयपुर में सिर्फ दो निजी लैबों को अनुमति दे रखी है। लैब की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। सबसे अहम बात ये है कि कोविड मरीज की पहचान के बाद तुरंत उपचार शुरू हो। लेकिन ये नहीं हो रहा हैÓ।
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