गौरतलब हे कि बजरी खनन व निर्गमन पर उच्चतम न्यायालय ने पाबन्दी लगा रखी हे। इसके बावजूद मलारना डूंगर थाना क्षेत्र से बहने वाली बनास नदी में धड़ल्ले से अवेध बजरी खनन कर परिवहन की जा रही हे। यहां मलारना स्टेशन क्षेत्र में प्रतिदिन सेकड़ो ट्रेक्टर ट्रॉलियों से बजरी परिवहन किया जा रहा हे। सड़को पर रात दिन बजरी के वाहन सरपट दौड़ रहे हे, लेकिन जिम्मेदार विभाग आँखे मूंदे बैठे हे। गत दिनों भी स्थानीय कार्यवाहक एसडीएम ने बजरी से भरे दो ट्रेक्टरों को रोका था, लेकिन दबंग ट्रेक्टरों को छुड़ा ले गए थे।
सोमवार को भी अवेध बजरी खनन की सूचना पर एसडीएम अवेध खनन का हब बने मलारना स्टेश जा पहुंचे। जहां दिन दहाड़े मलारना स्टेशन चोराहे पर बजरी से भरे ट्रेक्टर ट्रॉली निकलते मिले। इस पर स्टेशन पुलिस चोकी से स्टाफ को साथ लेकर 5 ट्रेक्टरों को रुकवा कर पुलिस की सुपुर्दगी में दिया। कारवाही के दौरान कुछ लोगो ने बजरी के वाहनों के पहियो की हवा भी निकाल दी।
ताकि पुलिस इन वाहनों जब्त कर नही ले जा सके। इस दौरान मोक पर लोगो की भीड़ भी जमा हो गई। सूचना पर कार्यवाहक तहसीलदार भी मोके पर पहुंचे। मलारना डूंगर से भी पुलिस जाब्ता मोके पर पहुंचा। पुलिस दो बजरी भरे ट्रेक्टरों को साथ ही जब्त कर थाने ले आई। जबकि अन्य तीन ट्रेक्टरों के पहियो को सही करवा कर थाने लाने की जुगत में लग गई।