10 मिनट तक दोस्तों ने किया प्रयास
खुशीराम के दोस्तों ने बताया कि वह बनास नदी में नहा रहे थे। तभी खुशीराम का पैर मगरमच्छ ने पकड़ लिया। उसके दोस्तों ने बताया कि एक तरफ से मगरमच्छ पानी में खींच रहा था और दूसरी ओर से खुशी को उसके दोस्त बाहर की तरफ खींचने में लगे हुए थे, लेकिन मगरमच्छ की ताकत अधिक होने से उन्हें खुशीराम को छोडऩा पड़ा। करीब 10 मिनट तक यह संघर्ष चलता रहा।इसके बाद मगरमच्छ खुशीराम को पानी में खींचकर ले गया।
खुशीराम के दोस्तों ने बताया कि वह बनास नदी में नहा रहे थे। तभी खुशीराम का पैर मगरमच्छ ने पकड़ लिया। उसके दोस्तों ने बताया कि एक तरफ से मगरमच्छ पानी में खींच रहा था और दूसरी ओर से खुशी को उसके दोस्त बाहर की तरफ खींचने में लगे हुए थे, लेकिन मगरमच्छ की ताकत अधिक होने से उन्हें खुशीराम को छोडऩा पड़ा। करीब 10 मिनट तक यह संघर्ष चलता रहा।इसके बाद मगरमच्छ खुशीराम को पानी में खींचकर ले गया।
दो थाने के जवान एवं रेंज विभाग पहुंचा
प्रशासन के पहले ही ग्रामीणों ने बालक को ढूंढना शुरू कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने खंडार थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना पर बहरावंडा कला थाना पुलिस एवं रेंज खंडार व बालेर रेंज के अधिकारी एवं उप जिला कलक्टर रतनलाल अटल घटनास्थल पर पहुंचे। मौका मुआयना कर एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया। देर शाम तक सर्च किया गया, लेकिन बालक का पता नहीं चल सका। इधर घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल है।
प्रशासन के पहले ही ग्रामीणों ने बालक को ढूंढना शुरू कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने खंडार थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना पर बहरावंडा कला थाना पुलिस एवं रेंज खंडार व बालेर रेंज के अधिकारी एवं उप जिला कलक्टर रतनलाल अटल घटनास्थल पर पहुंचे। मौका मुआयना कर एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया। देर शाम तक सर्च किया गया, लेकिन बालक का पता नहीं चल सका। इधर घरवालों का रो-रो कर बुरा हाल है।
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