सूरवाल थानाधिकारी ने बताया कि साढ़े चार बजे सूचना मिलते ही मय टीम श्मशान पहुंचे, जहां महिला के शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। इस दौरान करीब 50 से 60 लोग दाहसंस्कार में मौजूद थे। पुलिस को देखते ही सभी भाग छूटे। चिता से शव को बाहर निकाला गया। वहीं आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया।
घटना की सूचना मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक मामनसिंह, सीओ सिटी सुभाष मिश्रा, सीओ ग्रामीण सम्पतसिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाप्ता मंगवाया गया। वहीं एफएसएल टीम के सदस्यों ने मौके पर पहुंच कर साक्ष्य जुटाए।
घायल बच्चे को लेकर निजी चिकित्सालय पहुंचे ग्रामीणों ने अस्पताल प्रशासन को भी अंधेरे में रखा। बच्चे को सीढिय़ों से गिरकर घायल होना बताकर भर्ती कराया। रात करीब नौ बजे तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर बच्चे को जयपुर रैफर कर दिया गया।
रमेशी और रेखा बंधा गांव में ही ब्याही हैं। रमेशी की हत्या की सूचना पास में ही रहने वाली बड़ी बहन रेखा को मिली। उसने अपने पीहर बसोखुर्द फोन पर भाई रामराज मीणा को सूचना दी। मामले की जानकारी मिलने पर भाई बंधा गांव आया। देर रात उसने आरोपित के खिलाफ सूरवाल थाने में रिपोर्ट दी।
सूरवाल थानाधिकारी ने बताया कि घटना को लेकर देर शाम तक हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ चलती रही। रविवार को पुलिस व एफएसएल की टीम घटनास्थल की जांच करेगी। वहीं रविवार सुबह पीहर पक्ष की उपस्थिति में मृतका के शव का मेडिकल टीम से पोस्टमार्टम कराया जाएगा।