संघ प्रवक्ता बी.एस. गुर्जर ने कहा कि सरकार रेलवे को निजी हाथों में बेच रही है। सरकार ने रेल कर्मचारियों के समक्ष ‘करो या मरो’ की स्थिति उत्पन्न कर दी है। इसको लेकर नेशनल फैडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेंस संपूर्ण भारत में विरोध-प्रदर्शन कर रहा है। संघ ने अवध एक्सप्रेस पर प्रदर्शन कर रेलवे सर्कुलेटिंग एरिया में निजीकरण का पुतला बनाकर नारेबाजी कर अपना आक्रोश जाहिर किया।
गुर्जर ने बताया कि 15 दिन तक प्रतिदिन संघर्ष पखवाड़ा के तहत विभिन्न माध्यमों से निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान रेल कर्मचारियों ने प्रतिज्ञा लेते हुए कहा कि ‘रेल नहीं बिकने देंगे, हम देश नहीं झुकने देंगे’। वक्ताओं ने कहा कि जिस रेलवे को रेल कर्मचारियों ने अपने खून-पसीने से सींचकर बुलंदियों पर पहुंचाया है। आज सरकार उसे निजी हाथों में भेज देना चाहती है, जो रेल कर्मचारी व आम जनता के साथ छलावा है। इसी क्रम में गुरुवार को स्वास्थ्य निरीक्षक कार्यालय में गेट मीटिंग की जाएगी। इस मौके पर उप मंडल सचिव डीके शर्मा, केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य पीसी मीणा, शाखा अध्यक्ष आर.डी. मीणा, मुंशीराम मीणा, राम चरण, दीवान सिंह, बलराम, चेतराम एवं सतीश आदि मौजूद रहे।