यूं होता है अवैध खनन
उपखण्ड क्षेत्र के श्यामोली व बिलोली नदी घाटों पर 4 एलएंडटी मशीन पानी की गहराई से बजरी खनन कर किनारे पर डालती है। इसके बाद दो दर्जन से अधिक जेसीबी मशीन इस बजरी को ट्रैक्टर ट्रॉली में भरा जाता है। इनमें से करीब पांच सौ से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली मलारना स्टेशन से सांकड़ा, श्यामोली से हाड़ौती, मलारना स्टेशन से मकसूदनपुरा – चौहानपुरा व मलारना डूंगर उपखण्ड मुख्यालय पर होकर अलग अलग गांवो में बेचने के लिए जाते है। यहीं डेढ़ सौ से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली बनास नदी से बजरी भरकर मलारना स्टेशन-बिलोली मार्ग, बाढ़ बिलोली, गोखरूपुरा रोड, श्यामोली मार्ग पर खातेदारी खेतों व सरकारी भूमि पर बने अवैध स्टॉकों पर बजरी खाली करते हैं। यहां से रात में फिर बड़े ट्रेलर व ट्रकों में बजरी लोडिंग की जाती है। यह बजरी के वाहन दर्जनों पुलिस चौकी, थानों के सामने से निकलते हैं।
उपखण्ड क्षेत्र के श्यामोली व बिलोली नदी घाटों पर 4 एलएंडटी मशीन पानी की गहराई से बजरी खनन कर किनारे पर डालती है। इसके बाद दो दर्जन से अधिक जेसीबी मशीन इस बजरी को ट्रैक्टर ट्रॉली में भरा जाता है। इनमें से करीब पांच सौ से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली मलारना स्टेशन से सांकड़ा, श्यामोली से हाड़ौती, मलारना स्टेशन से मकसूदनपुरा – चौहानपुरा व मलारना डूंगर उपखण्ड मुख्यालय पर होकर अलग अलग गांवो में बेचने के लिए जाते है। यहीं डेढ़ सौ से अधिक ट्रैक्टर ट्रॉली बनास नदी से बजरी भरकर मलारना स्टेशन-बिलोली मार्ग, बाढ़ बिलोली, गोखरूपुरा रोड, श्यामोली मार्ग पर खातेदारी खेतों व सरकारी भूमि पर बने अवैध स्टॉकों पर बजरी खाली करते हैं। यहां से रात में फिर बड़े ट्रेलर व ट्रकों में बजरी लोडिंग की जाती है। यह बजरी के वाहन दर्जनों पुलिस चौकी, थानों के सामने से निकलते हैं।
इनका कहना है… यदि बनास नदी में खनन हो रहा तो कार्रवाई की जाएगी। शीघ्र ही टीम तैयार कर खनन माफियाओं पर कार्रवाई की रणनीति बनाएंगे।
वेद प्रकाश, खनिज सहायक अभियंता, सवाईमाधोपुर
वेद प्रकाश, खनिज सहायक अभियंता, सवाईमाधोपुर