सवाई माधोपुर

अवैध बजरी खनन के चलते प्रदेश में सबसे ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रॉलियां सवाईमाधोपुर में पंजीकृत, आए दिन ले रही जानें

अवैध बजरी खनन के चलते प्रदेश में सबसे ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रॉलियां सवाईमाधोपुर में पंजीकृत, आए दिन ले रही जानें

सवाई माधोपुरMar 26, 2019 / 02:47 pm

rakesh verma

मलारनाडूंगर इलाके में अवैध रूप से ओवरलोड बजरी लेकर निकलती टै्रक्टर-ट्रॉलियां।

सवाईमाधोपुर . बनास में अवैध बजरी एवं रणथम्भौर व उसके आसपास अवैध पत्थर खनन के चलते जिले में टै्रक्टर-ट्रॉलियों की संख्या में रिकॉर्ड इजाफ हुआ, लेकिन इसके साथ ही बेलगाम टै्रक्टर-ट्रॉलियों से होने वाले सड़क हादसों में दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है। परिवहन विभाग के मुताबिक जिले में 2500 टै्रक्टर-ट्रॉलियां पंजीकृत हैं, जो प्रदेश में सबसे अधिक सवाईमाधोपुर जिले में ही है। सवाईमाधोपुर में ये ट्रॉलियां खेती के इतनी काम नहीं आती, जितनी कि अवैध खनन कर लाए बजरी एवं पत्थर के लदान के काम आ रही है। जिले के हाइवे हो या ग्रामीण सड़कें, ज्यादातर ट्रॉलियां बजरी व पत्थर ही ढोती नजर आती है। वहीं इनको रोकने वाले पुलिसकर्मी इनकी दबंगई के आगे बेबस नजर आ रहे हैं। गत दिवस बजरी की टै्रक्टर ट्रॉली चालक ने पुलिसकर्मी पर हमला किया था। पुलिसकर्मी घायल हो गया था। लेकिन पिछले तीन माह के आंकड़ें देखे तो तेज गति से दौडऩे वाली टै्रक्टर-ट्रॉलियां से हुए हादसे में पांच जनों की जान चली गई।

दबंगई देखो पुलिस व वनकर्मियों पर हमला
अवैध बजरी खनन से जुड़े टै्रक्टर-ट्रॉली चालकों की दबंगई देखों की वे पुलिस एवं वन विभाग के दल पर भी हमला कर रहे हैं। उन पर पुलिस का कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है। पिछले दो माह में चार ऐसे मामले आएं हैं, पुलिस व खनन विभाग भी उनके सामने बेबस ही है।

कोर्ट की सख्ती का भी नहीं दिख रहा असर
4 मार्च 2019 को जिले के विशेष न्यायालय पोक्सो एक्ट ने अवैध बजरी खनन को लेकर तल्ख टिप्पणी की थी। कोर्ट ने कहा था कि जिले में पुलिस प्रशासन अ वैध खनन रोकने में नाकाम हो रहा है। इसके चलते बड़े अपराध पनप रहे हैं। राज्य सरकार को सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन इसका भी असर नहीं दिख रहा है।

पुलिस पर कई बार हमला
4 फरवरी. भाड़ौती पुलिस चौकी के पास बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली बेरिकेड्स को टक्कर मारती हुई कंटेनर से टकरा गई। बड़ा हादसा टला।
9 फरवरी- रणथम्भौर रोड पर पुलिस दल पर हमला कर अवैध पत्थरों से भरी टै्रक्टर-ट्रॉली को छुड़ा ले गए। वनकर्मियों से मारपीट भी की।
8 मार्च को भाड़ौती चौकी पर लगे बेरिकेड्स को टै्रक्टर-ट्रॉली टक्कर मारकर फरार हो गई। चौकी प्रभारी राकेश यादव बाल-बाल बचे।
24 मार्च को मलारना डूंगर इलाके में भूखा रोड पर सिपाही कैलाश मीणा पर ट्रैक्टर-ट्रॉली चढ़ा दी। इसमें वह घायल हो गया।

तीन माह में पांच मौतें
इस साल बीत तीन माह के आंकड़ों पर नजर डालें तो बेलगाम टै्रक्टर-ट्रॉलियों की टक्कर से पांच जनों की मौत हुई है। बजरी की ट्रॉलियां से ज्यादा हादसे हुए हैं।
5 जनवरी-को रणथम्भौर रोड पर बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से पैदल जा रहे दुर्गा सिंह निवासी पटेल नगर की मौत हो गई थी।
4 फरवरी- खण्डार के निकट तलावड़ा में टै्रक्टर-ट्रॉली ने राहगीर ब्रजमोहन गुर्जर को कुचलने से मौत हुई थी। टै्रक्टर-ट्रॉली ने चालक श्रीराम की भी मौत हुई थी।
23 मार्च को- महेसरा जोलन्दा गांव के बीच बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली के नीचे दबने से बाइक सवार धारा सिंह बैरवा की मौत हो गई। लोगों ने जाम भी लगाया था।
23 फरवरी- गंगापुरसिटी में नई अनाजमंडी के सामने टै्रक्टर की ट्रक्टर से भरोसी बैरवा निवासी बगलाई की मौत हो गई।
पिछले दो माह में कई लोगों को किया घायल
पिछले दो माह में तेज गति से दौडऩे वाली टै्रक्टर-ट्रॉलियों ने दर्जनों कई लोगों को घायल भी किया। कई जो इस प्रकार हैं।
24 फरवरी- पीपलवाड़ा में बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, दीवार ढही, लोग बाल-बाल बचे। इसी दिन खोहरी गांव की नहर पर टै्रक्टर-ट्रॉली पलटी थी।
14 फरवरी- कुस्तला में टै्रक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई, दो जने घायल हुए।
6 फरवरी- बडग़ांव कहार रोड पर बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, बड़ा हादसा टला।
3 फरवरी- हिन्दूपुरा की महावर ढाणी में बजरी की ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर कुएं की दीवार से टकराई।
2 मार्च- बहरावण्ड खुर्द में टै्रक्टर-ट्रॉली ने बाइक सवार को टक्कर मार दी, इसमें तीन जने घायल हुए थे।
3 मार्च को- कोटा-लालसोट मेगा हाइवे पर रसूलपुरा के पास टै्रक्टर-ट्रॉली ने बाइक के टक्कर मारी, दो जने घायल हुए थे।
10 मार्च को- गंगवाड़ा में निवाई रोड पर बजरी से भरी टै्रक्टर टॉली पलटी, लोग बाल-बाल बचे। जाम लगा।
यह काम खनिज विभाग का है, फिर भी जिलेभर में बजरी से भरकर दौड़ रही ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में सभी थानाधिकारी व चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए जाएंगे।
समीरसिंह, पुलिस अधीक्षक, सवाईमाधोपुर

प्रदेश में सबसे ज्यादा टै्रक्टर-ट्रॉलियां सवाईमाधोपुर में पंजीकृत हैं। टै्रक्टर-ट्रॉली चालक तेज गति से अनियंत्रित होकर ड्राइविंग करते हैं। इससे हादसे होते हैं। पिछले एक माह में हमने सौ टै्रक्टर-ट्रॉलियों को पकड़कर चालान किए हैं।
पीआर जाट, जिला परिवहन अधिकारी, सवाईमाधोपुर

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