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तालाब के विकास को लेकर ग्रामीणों ने की सामूहिक चर्चा दुर्गा सागर तालाब का अस्तित्व बचाने के किए कई निर्णय

locationसवाई माधोपुरPublished: Jun 18, 2018 04:29:54 pm

Submitted by:

rakesh verma

तालाब के विकास को लेकर ग्रामीणों ने की सामूहिक चर्चा दुर्गा सागर तालाब का अस्तित्व बचाने के किए कई निर्णय

 बैठक में चर्चा करते ग्रामीण।

मलारना डूंगर के मलारना चौड़ कस्बे में दुर्गासागर तालाब के विकास को लेकर बैठक में चर्चा करते ग्रामीण।

मलारना डूंगर . मलारना चौड़ स्थित दुर्गासागर तालाब का अस्तित्व बचाने के उद्देश्य से दुर्गामाता मन्दिर परिसर में रविवार को सर्वसमाज की बैठक आयोजन हुआ। तालाब का अस्तित्व बचाने के साथ ही तालाब को मॉडल तालाब के रूप में विकसित करने के लिए लोगों के सुझाव मांगे गए। गौरतलब है कि गत दिनो राजस्थान पत्रिका के अमृतम जलम अभियान के तहत दुर्गा सागर तालाब में ग्रामीणों ने श्रमदान कर सफाई की थी।
इस दौरान मलारना चौड़ विकास मंच से जुड़े दीनदयाल मीना, बनवारी लाल मीना, बाबा रामदेव आश्रम के महंत गिर्राज प्रसाद पूर्विया के नेतृत्व में ग्रामीणों ने तालाब के सौंदर्यीकरण व पानी बचाने की शपथ ली थी। इसी के तहत रविवार को आयोजित बैठक में तालाब के चारों तरफ अतिक्रमण का मामला भी उठा। इस पर सर्वसमाज के लोगों ने एक मत होकर तालाब को अतिक्रमण मुक्त करने की योजना बनाने पर जोर दिया। इसके अलावा तालाब के सौंदर्यीकरण के साथ ही स्वच्छता बनाए रखने पर भी विचार विमर्श किया गया। ग्राम पंचायत कोरम की मौजूदगी में आयोजित बैठक में तालाब को विकसित करने के लिए कई निर्णय लिए गए।

यह हुए निर्णय
ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से दुर्गासागर तालाब से पानी निकासी पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने, सिंघाड़े की खेती पर प्रतिबंध लगाने, तालाब में कचरा डालने व मलमूत्र त्यागने पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया। इसके अलावा तालाब पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए भविष्य में योजना बनाने पर भी सहमति बनी।
निजी वाहनों की मनमानी यात्रियों पर भारी

भगवतगढ़. यातायात साधनों के अभाव में ग्रामीणों को निजी वाहन मालिकों की मनमानी का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा मंडल महामंत्री राजेन्द्र सिंह गोहिल, मीडिया सह प्रभारी मोहनलाल शर्मा एवं कस्बेवासियों ने बताया कि इस मार्ग पर चलने वाले यातायात के साधनों की फिटनेस ठीक नहीं है। वहीं दूसरी ओर वाहन मालिक इन वाहनों में ओवरलोड सवारियां भरकर चलते है। इससे हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहा रहता है। ग्रामीणों ने बताया कि पहले रोडवेज प्रशासन द्वारा कस्बे को जिला मुख्यालय से जोडऩे के लिए दो बसें अलग-अलग मार्ग पर संचालित थी, लेकिन करीब सात माह से भी अधिक समय से इन्हें अकारण बन्द कर देने से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई। यात्रियों को डग्गेमार एवं खटारा बसों एवं जीपों से यात्रा करनी पड़ रही है। कस्बेवासियों ने रोडवेज प्रशासन एवं जिला कलक्टर से कस्बे के लिए रोडवेज बसें संचालित करवाने की मांग की है।

घटिया सामग्री के उपयोग की शिकायत
बौंली. ग्राम पंचायत मामडोली में एनिकट निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग होने पर ग्रामीणों ने उप जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर इसकी शिकायत की है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एनिकट में पक्की दीवार निर्माण में संवेदक द्वारा सीमेंट गिट्टी कम देकर पत्थर भर दिए गए हैं। इससे दीवार अभी से ही टूटने लगी है। इस दौरान मामडोली सरपंच अजय सिंह राजावत, रमेश चंद मीणा, रामोतार मीणा, नादान गुर्जर मौजूद थे।
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