गहलोत ने कहा कि राजा और रंक सभी को मत देने का अधिकार है। यह गांधी-नेहरू की देन है। गरीब का मान रहे इसके लिए डॉ. अम्बेडकर के संविधान की हमने ७० साल से रक्षा की है। राष्ट्रभक्ति की बात करने वाले जान लें कि इंदिरा गांधी ने पाक के दो टुकड़े किए और पाक आर्मी ने सरेंडर किया। उन्होंने पंजाब को खालिस्तान नहीं बनने दिया। पूर्व पीएम अटलजी ने इंदिरा को दुर्गा कहा था, लेकिन अब कांग्रेस के खान-दान पर सवाल खड़ा कर देश को गुमराह किया जा रहा है। राहुल गांधी मुद्दों की बात करते हैं।
एक्टिंग में माहिर होते
गहलोत ने कहा कि कालाधन, दो करोड़ लोगों को रोजगार सहित अन्य बातें झूठ का पुलिंदा साबित हुई हैं। मोदी जिस तरह से लटके-झटके दिखाते हैं, उन्हें फिल्मों में होना चाहिए था। फिल्मों में जाते तो वह एक्टिंग में माहिर होते। नायक-खलनायक की उनकी एक्टिंग उम्दा होती।
गिनाईं उपलब्धियां, बताया विजन
गहलोत ने संबोधन में किसानों का ऋण माफ करने, १० प्रतिशत सवर्ण आरक्षण लागू करने, भत्ता देने और पेंशन बढ़ाने की उपलब्धि गिनाईं। वहीं किडनी, हार्ड और कैंसर जैसी दवाएं मुफ्त में देने की बात कही। साथ ही कहा कि गरीबों को 6 हजार रुपए और बिजली का बिल नहीं देने जैसी सौगात देने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब किसानों का बजट रेलवे की तर्ज पर अलग से पेश होगा। यह सबसे बड़ा फैसला है।
राजे के सिर मढ़ा दोष
धौलपुर-गंगापुरसिटी रेल परियोजना का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि हमने इस परियोजना का शिलान्यास किया, जिसे पूर्व सीएम राजे ने यह कहकर रुकवा दिया कि इसकी जरूरत नहीं है। टोंक-सवाईमाधोपुर रेल लाइन, मेट्रो और रिफाइनरी जैसी योजनाओं का उन्होंने भट्टा बिठा दिया। राजे का यह व्यवहार समझ से परे है। उन्होंने कहा कि हम भेदभाव की राजनीति नहीं करते।
गुस्से में कानून नहीं तोड़ें
गहलोत के भाषण के दौरान कुछ लोगों ने 2 अप्रेल की घटना के मुकदमे वापस लेने के लिए नारेबाजी की। इस पर गहलोत ने कहा कि कुछेक कहासुनी के मामलों में एफआर लग गई है। कुछ कोर्ट में हैं। उन पर कानूनी राय जानकर उनका समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मनमुटाव और तनाव से विकास नहीं होता। भाजपा यदि आग लगाने का काम करे तो आप उसे बुझाने का काम करें।
गूंजे चौकीदार चोर है के नारे
सभा के दौरान मंच की बांई ओर से कुछ युवकों ने ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगाए। इस पर गहलोत ने मुस्कुराकर कहा कि यह आप लोग नहीं बल्कि पूरा देश कह रहा है।
मीना ने मांगा जिला
गंगापुर विधायक रामकेश मीना ने कहा कि मेरे पहले कार्यकाल में गंगापुर को नगरपरिषद, कॉलेज क्रमोन्नति, ग्रिड स्टेशन और मेगा हाइवे जैसी सौगातें मिलीं। मैं लेते-लेते थक गया, लेकिन सीएम देते-देते नहीं थके। मीना ने गहलोत से पहले से चली आ रही गंगापुर को जिला बनाने की मांग फिर से दोहराई।
मीणा ने दिया स्थानीय का नारा
सभा में कांग्रेस प्रत्याशी नमोनारायण मीणा ने कहा कि हरियाणा से चुनाव लडऩे आए व्यक्ति पर लोग सवाल उठा रहे हैं, जो यहां के गांव, भाषा और समस्या नहीं जानता। अब लोग पूछ रहे हैं कि पांच साल कहां रहे? जो लोगों के सुख-दुख में शामिल नहीं हुए वह विकास कैसे कराते। उन्होंने अपने पूर्व के कार्यकाल में लोकसभा क्षेत्र में कराए गए विकास कार्य गिनाते हुए सत्ता में आने पर गरीबों को ७२ हजार रुपए देने और कर्ज माफ करने की बात दुहराई। मीणा ने कहा कि कांग्रेस गांव-गरीब की पार्टी है। मीणा ने ‘बाहरी को भगाओ, स्थानीय का जिताओ’ का नारा दिया।
कड़ी सुरक्षा, मांगते रहे पानी
मुख्यमंत्री का हैलीकॉप्टर दोपहर २.४८ बजे आसमान में पहुंचा। इसके बाद वह अपराह्न 3 बजे मंच पर आए। सभा ३.४३ बजे तक चली। सभा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। लोगों को जांच के बाद प्रवेश दिया गया। साथ भी तेज गर्मी के बीच सभा में बैठे लोग बीच-बीच में पानी की मांग करते रहे। ऐसे में कई बार मंच से लोगों तक पानी पहुंचाने का संदेश दिया गया।