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चढऩे लगी चुनावी रंगत, घर-घर मनुहार

locationसवाई माधोपुरPublished: Jan 24, 2020 08:31:24 pm

गंगापुरसिटी . पंचायत चुनाव की तिथि नजदीक आते ही गांवों में चुनावी रंगत चढ़ती नजर आ रही है। प्रत्याशी घर-घर मनुहार करते नजर आ रहे हैं। वहीं गांव की चौपाल और चाय की थडिय़ां इन दिनों चुनावी चर्चाओं से आबाद हैं। सुबह से शाम तक गांव के मुख्य स्थानों पर चुनावी चर्चाएं ही सुनी जा रही हैं। ऐसे में अब गांवों में चुनावी माहौल नजर आने लगा है।

चढऩे लगी चुनावी रंगत, घर-घर मनुहार

चढऩे लगी चुनावी रंगत, घर-घर मनुहार

गंगापुरसिटी . पंचायत चुनाव की तिथि नजदीक आते ही गांवों में चुनावी रंगत चढ़ती नजर आ रही है। प्रत्याशी घर-घर मनुहार करते नजर आ रहे हैं। वहीं गांव की चौपाल और चाय की थडिय़ां इन दिनों चुनावी चर्चाओं से आबाद हैं। सुबह से शाम तक गांव के मुख्य स्थानों पर चुनावी चर्चाएं ही सुनी जा रही हैं। ऐसे में अब गांवों में चुनावी माहौल नजर आने लगा है।

गंगापुरसिटी पंचायत समिति क्षेत्र में सरपंच एवं वार्ड पंच के चुनाव 29 जनवरी को होने हैं। नामांकन वापसी की प्रक्रिया के बाद प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटित हो चुके हैं। इसके बाद गांवों में चुनाव प्रचार जोर पकड़ गया है। लोग पर्चे-बैनर छपवाकर प्रचार में जुट गए हैं। प्रत्याशी सुबह जल्दी और देर शाम तक प्रचार करते देखे जा रहे हैं। प्रत्याशी अपने कुछ समर्थकों के साथ घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। प्रत्याशी मतदाता को रिझाने में कोई कोर-कसर छोड़ते नजर नहीं आ रहे।

संवेदनशील केन्द्रों पर पुलिस की नजर


पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस ने भी पूरी तैयारियां कर ली हैं। खास तौर से संवेदनशील केन्द्रों को चिह्नित कर इन पर जाप्ता लगाने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। संवेदनशील केन्द्रों पर अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया जाएगा। इसके लिए मशक्कत शुरू हो गई। पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी गांव-गांव जाकर स्थितियों का जायजा ले रहे हैं।

सोशल मीडिया पर जोर-शोर से चल रहा प्रचार


तलावड़ा . पंचायत में सरपंच व वार्ड पंच के चुनाव के लिए चुनाव चिह्नों के आवंटन के बाद प्रत्याशियों ने प्रचार करना शुरू कर दिया है। डिजिटल इंडिया का पंचायत चुनाव में असर देखने को मिल रहा है। अब प्रत्याशी फेसबुक और वाट्एएप के जरिए मतदाताओं से राम-राम करते नजर आ रहे हैं। पंचायत चुनाव के प्रत्याशी व उनके समर्थक सोशल मीडिया पर प्रचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
गांवों के युवाओं के साथ-साथ बुजुर्ग भी फेसबुक पर अपडेट रहकर प्रचार करने में पीछे नहीं हैं। सरकार द्वारा सरपंच पद के लिए शैक्षणिक योग्यता हटाने के बाद कम पढ़े-लिखे बुजुर्ग भी फेसबुक पर अपडेट रहने लगे हैं। सरपंच पद के प्रत्याशी अपने इलाके में वैसे तो पैदल यात्रा कर अपने वोटरों को मनाने में जुटे हैं, लेकिन फिर भी प्रचार में किसी प्रकार की कमी नहीं रहे। इसके लिए दावेदारों व उनके समर्थकों का फेसबुक एवं व्हाट्सप पर भी लगभग रोज राम-राम करना जारी है।

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