पुरानी अनाज मंडी में दुकानदारों ने सडक़ पर अपना सामाना रखा हुआ है। वहीं नमक के कट्टे, पशु आहार व ड्रम आदि सामान रखा हुआ है। इसी प्रकार नया बाजार, चौथ माता बाजार आदि स्थानों पर अतिक्रमण की समस्या बनी हुई है। नगरपरिषद की ओर से यदा-कदा कार्रवाई की जाती है, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। इसके चलते अस्थायी अतिक्रमण की प्रवृति पर स्थाई रोक नहीं लग पा रही है। अतिक्रमण के चलते वाहनों व राहगीरों का निकलना मुश्किल हो जाता है।
सडक़ किनारे ईंट के ढेर
आम दुकानदार ही नहीं भवन निर्माण सामग्री विक्रेता भी पीछे नहीं है। विके्रताओं ने कई स्थानों पर सडक़ के किनारे ईंटों के ढेर लगा रखे हैं। कॉलेज रोड, अलीगंज रोड व जयपुर रोड पर सडक़ किनारे ईंट के ढेर देखे जा सकते हैं। अधिकारियों का इन स्थानों से आना-जाना होता है, लेकिन इसकी अनदेखी की जा रही है।
सडक़ पर करते मरम्मत
ऑटो मोबाइल मिस्त्री भी सडक़ सीमा में वर्क शॉप चला रहे हैं। मोटर साइकिल, ट्रैक्टर, स्कूटी आदि की सडक़ सीमा में मरम्मत की जा रही है। सालोदा मार्ग, ओसवाल चुंगी के समीप एवं जयपुर रोड आदि स्थानों पर इस प्रकार का नजारा देखा जा सकता है।
दुर्घटना का रहता अंदेशा
सडक़ सीमा में सामान रखे जाने से दुर्घटना का अंदेशा रहता है। बाजारों में जहां आवागमन में परेशानी होती है। वहीं सडक़ किनारे ईंट के ढेर कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। इसके बाद भी इन्हें हटाने की जहमत नहीं उठाई जा रही है।
इनका कहना है
लोकसभा चुनाव के बाद प्रशासन और पुलिस जाप्ते को साथ लेकर कार्रवाई की जाएगी। शहर में हो रहे अस्थाई अतिक्रमण को सख्ती से हटाया जाएगा।
– ऋषिदेव ओला, आयुक्त नगरपरिषद गंगापुरसिटी