scriptजिले की सहकारी समितियों में नहीं खाद, रबी की बुवाई को लेकर किसान चिंतित | Farmers concerned about sowing of Rabi, not fertilizer in district coo | Patrika News

जिले की सहकारी समितियों में नहीं खाद, रबी की बुवाई को लेकर किसान चिंतित

locationसवाई माधोपुरPublished: Oct 04, 2018 12:39:47 pm

Submitted by:

Abhishek ojha

जिले की सहकारी समितियों में नहीं खाद, रबी की बुवाई को लेकर किसान चिंतित कृषि विभाग ने नहीं की व्यवस्था

patrika

खाद

सवाईमाधोपुर. जिले की सहकारी समितियों में खाद नहीं होने से रबी बुवाई के समय खाद की किल्लत से किसान परेशान है। जिले में खाद उपलब्ध कराने की मांग को लेकर किसान संघ के पदाधिकारियों ने स्थानीय कृषि अधिकारियों से लेकर कृषि मंत्री तक गुहार लगा इस बारे में अवगत कराया है। इसके बाद भी उन्हें खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
अधिक बारिश से दाना फूलकर बिखर गया
भारतीय किसान संघ के कानजी मीणा, चिरंजीलाल, रामजीलाल, रामफू ल आदि ने बताया कि जिले की सहकारी समितियों में डीएपी व यूरिया खाद व प्रमाणित बीज नहीं है। जिले के सवाईमाधोपुर, गंगापुरसिटी, खण्डार, चौथकाबरवाड़ा तहसील क्षेत्रों में उड़द, मूंग, बाजरा, तिल्ली अधिक बारिश होने व खेतों में जलभराव के चलते खराब हो चुकी है। इससे उड़द व मूंग का दाना फूलकर बिखर गया है। ऐसे में अब किसानों को खेतों में खाद की आवश्यकता है।
बाजार में मिल रही है खाद
सहकारी समितियों में किसानों को खाद नि:शुल्क मिलता है। जबकि बाजार में डीएपी खाद का एक कट्टा 1400 रुपए में आता है। ऐसी स्थिति में किसान समितियों से ही खाद लेते है। वहां खाद नहीं होने से किसान को परेशानी हो रही है।
3700 मीट्रिक टन खाद है स्टॉक में
कृषि विभाग के पास स्टॉक में 3700 मीट्रिक टन खाद उपलब्ध है। ऐसे में खाद की वर्तमान में कोई किल्लत नहीं है। विभाग के पास 1200 मीट्रिक टन डीएपी तथा 2500 मीट्रिक टन यूरिया रखा हुआ है।
यूं हुई देरी : कृषि अधिकारियों ने बताया कि जिले की सहकारी समितियों द्वारा इफको, राजफेड व आईपीसी खाद की सप्लाई की जाती है। कॉपरेटिव पर इफको की राशि बकाया थी। इसके चलते समितियों में खाद नहीं भेजा गया। अब कॉपरेटिव ने 12 लाख की लिमिट बढ़ा दी है। राशि जमा करा दी है। शीघ्र ही समितियों को खाद मिल जाएगा।
कृषि विभाग ने यह भेजी मांग
कृषि अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने जिले में 54 हजार 110 मीट्रिक टन यूरिया, 15 हजार 440 मीट्रिक टन डीएपी, 15 हजार 750 मीट्रिक टन एसएसपी, 1600 मीट्रिक टन एनपीके, 600 मीट्रिक टन एमओपी, 18 मीट्रिक टन सीएएन तथा 22 मीट्रिक टन एएस खाद की मांग है। कृषि अधिकारियों ने बताया कि जिले में खाद की रैक आना शुरू हो गई है। चौथकाबरवाड़ा व बौंली में रैंक आ चुकी है। आगामी तीन दिनों में जिले के सभी जगहों पर खाद की रैक आ जाएगी। इसके बाद किल्लत नहीं रहेगी।
&इफको की रैक बुधवार को लग गई है। एक दो दिन में खाद आ जाएगा। विभाग के पास स्टॉक में भी खाद उपलब्ध है। चौथकाबरवाड़ा व बौंली में खाद की रैक आना शुरू हो गई है। इस बार खाद की कमी नहीं आने दी जाएगी।
पांचूलाल मीणा, उपनिदेशक कृषि विस्तार सवाईमाधोपुर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो