जिसका असर एक दूसरे गांव से आने वाले किसानों पर सरकारी कांटों पर गेहूं बेचने आए किसानों पर पड़ रहा के गेहूं खरीद केंद्र से गेहूं समय पर नहीं उठ पाने के कारण किसानों को औने पौने दामों में बाजार में व्यापारियों को बेच कर जाना पड़ रहा है अपना गेहूं सरसों चना। कई किसान दो रोज से अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
हालांकि दोपहर तक माल खरीदा जाने लगा। क्रय विक्रय सहकारी समिति व्यवस्थापक धर्म चंद मीणा का कहना है कि कैंपस मे चना सरसों एवं गेहूं से फुल है। करीब सात ट्रक माल खुले में पड़ा है। अभी त्यौहार की वजह से गोदाम पर ट्रक नहीं आने की वजह से किसानों से खरीदा गया माल गोदाम में ही पड़ा हुआ है जैसे ही ट्रक आएंगे वैसे ही सारा माल को उठाकर फिर से तुलाई कार्य जारी हो जाएगा। फिलहाल पिछले 3 दिनों से तुलाई कार्य बंद पड़ा हुआ है।