इसकी सूचना नगर परिषद के अग्निशमन दस्ते को दी। दमकलकर्मियों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस बीच दुकान में रखा दो लाख रुपए कीमत का फर्नीचर व लकड़ी व अन्य सामान जलकर राख हुआ।
मौका पर्चा बनाया नगरपरिषद से पहुंचे कर्मचारियों ने नुकसान का मौका पर्चा बनाया। इधर, पीडि़त ने बताया कि उसने दुकान के संचालन के लिए भूमि विकास बैंक से चार लाख रुपए का कर्ज ले रखा है। बीमा नहीं है। इसलिए सरकार से नुकसान का उचित मुआवजा दिलाया जाए।