बता दें कि पिछले वर्ष भी नवरात्रि के समय से लगातार 19 दिनो तक गांव मे आगजनी हुई थी जिसे लेकर बौंली प्रशासन ने फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर साक्ष्य जुटाए थे लेकिन आगजनी की घटनाए तब से लेकर अब तक सिर्फ पहेली बनी हुई है। देर रात बाडे व आम रास्ते पर लगी आग को एक घंटे की मशक्कत कर ग्रामीणों ने बुझा दिया, लेकिन घटना की पुनरावृति की प्रबल संभावना को लेकर पूरा गांव सदमे में है। हैरानी वाली बात ये है कि प्रशासन का कोई प्रतिनिधि मौके पर नही पहुंचा है साथ ही बौंली प्रशासन मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए है। हालांकि आगजनी की घटना में कोई जनहानि अभी तक नहीं हुई है, पर चौंकाने वाली बात ये है कि आग अचानक ही लगती है और निर्जन स्थानों पर ही घटनाएं ज्यादा हुई है।
पिछले वर्ष लगातार 19 दिनों तक लगी आग और इस वर्ष दस दिनों मे 7 बार हुई आगजनी की घटना को ग्रामीणों द्वारा अंधविश्वास से जोड़ा जा रहा है। मसलन ग्रामीणों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना करवाए जाने को लेकर बैठके की जा रही हैं।