एक रेडियंट वार्मर में दो से चार बच्चे भर्ती
क्षमता 12 बैड की, भर्ती हो रहे डबल कम वजन के बच्चे
एसएनसीयू वार्ड में यूं तो एक किलो 800 ग्राम या अधिकतम 2 किलो तक वजन के बच्चे भर्ती होना चाहिए, लेकिन वर्तमान में 11 शिशु दो किलो से अधिक एवं 5 बच्चे तीन किलो ग्राम वजन से अधिक भर्ती है। वहीं लगभग 4 शिशुओं का वजन 2 किलोग्राम से कम है।
क्षमता 12 बैड की, भर्ती हो रहे डबल कम वजन के बच्चे
एसएनसीयू वार्ड में यूं तो एक किलो 800 ग्राम या अधिकतम 2 किलो तक वजन के बच्चे भर्ती होना चाहिए, लेकिन वर्तमान में 11 शिशु दो किलो से अधिक एवं 5 बच्चे तीन किलो ग्राम वजन से अधिक भर्ती है। वहीं लगभग 4 शिशुओं का वजन 2 किलोग्राम से कम है।
30 के लिए नहीं स्टाफ
स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट वार्ड में 12 शिशुओं पर केवल आठ जनों का स्टॉफ है, जबकि 30 शिशुओं के लिए स्टॉफ की कमी है। ऐसे में स्टॉकर्मियों पर ही काम का अतिरिक्त बोझ है। उनकी देखभाल से लेकर अन्य कार्यों में भी परेशानी हो रही है।
स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट वार्ड में 12 शिशुओं पर केवल आठ जनों का स्टॉफ है, जबकि 30 शिशुओं के लिए स्टॉफ की कमी है। ऐसे में स्टॉकर्मियों पर ही काम का अतिरिक्त बोझ है। उनकी देखभाल से लेकर अन्य कार्यों में भी परेशानी हो रही है।
संक्रमण का मंडरा रहा खतरा
एसएनसीयू वार्ड में एक बैड पर चार से तीन शिशुओं के भर्ती होने से शिशुओं में संक्रमण का खतरा मण्डरा रहा है। इससे चिकित्सा महकमा कोई ध्यान नहीं दे रहा है। स्थिति ये है कि इस बारे में चिकित्सा महकमा कोई स्पष्ट जवाब तक नहीं दे पा रहा है।
एसएनसीयू वार्ड में एक बैड पर चार से तीन शिशुओं के भर्ती होने से शिशुओं में संक्रमण का खतरा मण्डरा रहा है। इससे चिकित्सा महकमा कोई ध्यान नहीं दे रहा है। स्थिति ये है कि इस बारे में चिकित्सा महकमा कोई स्पष्ट जवाब तक नहीं दे पा रहा है।
इनके भर्ती है शिशु
एसएनसीयू वार्ड में इन दिनों कोल्ड स्ट्रेस, रेसपिरेट्री डिस्ट्रेस, रिफ्यूज्ल टू फीड, एबजेमिनल डिस्टेन्शन, सीवियर जोइस्ट्रिस (पीलिया), रक्तस्त्राव (शरीर के किसी भी अंग जन्मजात विकृति), कोमा, शॉक आदि से पीडि़त शिशु भर्ती है।
एसएनसीयू वार्ड में इन दिनों कोल्ड स्ट्रेस, रेसपिरेट्री डिस्ट्रेस, रिफ्यूज्ल टू फीड, एबजेमिनल डिस्टेन्शन, सीवियर जोइस्ट्रिस (पीलिया), रक्तस्त्राव (शरीर के किसी भी अंग जन्मजात विकृति), कोमा, शॉक आदि से पीडि़त शिशु भर्ती है।