होली पर जमता था महामूर्ख सम्मेलन
साहित्याकार प्रभाशंकर उपाध्याय ने बताया कि गंगापुरसिटी में अग्रवाल समाज की ओर से महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया जाता था। इसमें शहर के प्रबुद्धजन हिस्सा लेते थे। इसमें मूखर्तापूर्ण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता था। गंगापुर के गोवर्धन लाल गर्ग सबसे अधिक इस प्रतियोगिता के विजेता बने। अंतिम बार गंगापुर के हरीश पल्लीवाल ने यह खिताब जीता था। इसके बाद इस आयोजन को बंद कर दिया गया।
जूतों से खेलते थे होली
गंगापुरसिटी की पंसारी गली के चौराहे पर 1975 के आस-पास जूतों की होली खेली जाती थी। इसमें मोहल्ले के लोग एक चौराहे पर एकत्र हो जाते थे और सभी लोग अपने जूते-चप्पलों में रंगीन पानी, कीचड़ आदि भरकर रखते थे। इसके बाद एक दूसरे को जूते-चप्पल फैंककर मारते थे। होली के इस प्रारूप को भी बाद में बंद कर दिया गया।