खो-खो में ग्रामीण शिक्षा केंद्र जगनपुरा प्रथम तथा राउप्रावि सवाई गंज दूसरे स्थान पर रही। बैडमिंटन प्रतियोगिता में सेन्ट पॉल सीनियर स्कूल विजेता व रामावि मानटाउन उपविजेता, सॉफ्टबॉल में गिरधरपुरा विजेता व जुवाड़ उप विजेता, जूडो व टेबिल टेनिस में महात्मा ज्योतिराव फुले सीनियर सैकेण्डरी विजेता व महरामपुर व गिरधरपुरा उप विजेता रहे। कुश्ती प्रतियोगिता में राउप्रावि महरामपुरा के पहलवानों ने बाजी मारी। 41 किग्रा वजन में रजत महावर प्रथम व मनीष मीना द्वितीय, 38 किग्रा में हारून खान प्रथम तथा आशिक खान द्वितीय तथा 35 किग्रा में सतीश गुर्जर प्रथम रहे।
मंगलवार को समापन समारोह में विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कृत किया गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि अभिभाषक संघ के अध्यक्ष रंगलाल गुर्जर थे। अध्यक्षता रिलायंस फाउंडेशन मुम्बई की प्रधन्या ने की। विशिष्ट अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता रमेशचंद मीना तथा खेल प्रकोष्ठ के तेजसिंह जाट थे। संचालन शारीरिक शिक्षक कन्हैयालाल सैनी ने किया।
मुख्य सड़क पर पानी भराव की समस्या का किया समाधान
भगवतगढ़. जटवाड़ा कला से अजनोटी जाने वाले मार्ग पर मीना बस्ती के पास बनी रपट पर बरसाती पानी का भराव होने से आने वाली समस्या का मंगलवार को समाधान किया गया। सरपंच बुगलचंद मीना एवं ग्रामीणों ने बताया कि जिला मुख्यालय से जोडऩे वाले इस सड़क मार्ग पर बनी रपट पर बरसात में पहाड़ों से आने वाले पानी की निकासी का रास्ता कई वर्षों से लोगों ने अतिक्रमण करके बन्द कर दिया।
भगवतगढ़. जटवाड़ा कला से अजनोटी जाने वाले मार्ग पर मीना बस्ती के पास बनी रपट पर बरसाती पानी का भराव होने से आने वाली समस्या का मंगलवार को समाधान किया गया। सरपंच बुगलचंद मीना एवं ग्रामीणों ने बताया कि जिला मुख्यालय से जोडऩे वाले इस सड़क मार्ग पर बनी रपट पर बरसात में पहाड़ों से आने वाले पानी की निकासी का रास्ता कई वर्षों से लोगों ने अतिक्रमण करके बन्द कर दिया।
इसके कारण पानी की निकासी नहीं होने से सड़क पर कई दिनों तक तीन से चार फीट तक पानी भरा रहता था। इससे वाहन चालकों एवं राहगीरों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ती थी। सोमवार को भी आई तेज बरसात से रोड पर तीन फीट पानी भरने से दुपहिया वाहनों का निकलना बंद हो गया था। मंगलवार को लोगों की शिकायत पर पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में पटवारी एवं सरपंच ने जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण को हटाकर पानी के निकलने का रास्ता बनाया। सरपंच एवं ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों पूर्व में जिस रास्ते से होकर पानी निकलता था, उस रास्ते से अतिक्रमण हटाकर पानी की निकासी बहाल की गई।