scriptकागजों में सिमटे बालिका सुरक्षा के इंतजाम, सरकारी व निजी स्कूलों में नहीं है सुरक्षा के प्रबंध | Government and private schools do not have safety management | Patrika News

कागजों में सिमटे बालिका सुरक्षा के इंतजाम, सरकारी व निजी स्कूलों में नहीं है सुरक्षा के प्रबंध

locationसवाई माधोपुरPublished: Jul 18, 2018 11:41:54 am

Submitted by:

Vijay Kumar Joliya

www.patrika.com/rajasthan-news

govt.sawaimadhopur school

sawaimadhopur govt. school

सवाईमाधोपुर. मंदसौर हो या सतना या फिर बीकानेर, मासूम बेटियों से दुष्कर्म की घटनाएं जनमानस को हिला कर रख देने वाली थीं। बेटियों की सुरक्षा के नाम पर बने कानून कागजों में सिमटे हुए है। शहर में जिन स्कूलों में सैकड़ों बालिकाएं पढ़ रही है, वहां उनकी सुरक्षा के इंतजाम कागजी खानापूर्ति बने है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग नहीं चेता है।
जिले में सरकारी व निजी स्कूलों में स्कूलों के बाहर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का अभाव है, तो निजी स्कूल बसों में महिला कंडक्टर नहीं है। ऐसे में बालिकाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है। दुष्कर्म की घटनाओं के बावजूद शिक्षा विभाग बालिका सुरक्षा को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
बसों में नहीं महिला स्टाफ
इधर, निजी स्कूल बसों में महिला स्टॉफ लगाने के नाम पर खानपूर्ति हो रही है। मोबाइल कैमरे से लेकर बैड टच तक के खतरे सामने है। शहर में बालिका स्कूलों व महाविद्यालयों के बाहर सुरक्षा के नाम पर भी ठोस व्यवस्था का अभाव है। कोई घटना होने पर सजग होने वाली पुलिस यहां भी बेटियों की सुरक्षा के लिए किसी बड़े हादसे का इंतजार में लगी है।
इस तरह हो रहे बेपरवाह
बालिका स्कूलों के बाहर भी सीसीटीवी कैमरे नहीं है। बाहर कौन बेटियों को छोडऩे व लेने आ रहा है, पता नहीं होता। इसके अलावा बेटियां जिन ऑटो रिक्शा व बसों में स्कूल पहुंचती है, उनमें से कई में भी कोई महिला नहीं होती है।
सरकारी व निजी स्कूलों में 3 से 12 वर्ष तक की सैकड़ो बेटियां ऐसी है, जिन्हें अब भी गुडटच-बैडटच के बारे में कभी नहीं समझाया गया। बालिका शिक्षा केन्द्रों के बाहर सुरक्षा का अभाव होने से अवांछनीय तत्व सक्रिय रहते हैं। इससे अप्रिय घटना का खतरा बना रहता है।
फैक्ट फाइल…
जिले में कुल प्रारंभिक एवं उप्रावि स्कूल-719
उप्रा बालिका स्कूल-20
जिले में मा एवं उमावि स्कूल-278
बालिका माध्यमिक स्कूल-14
बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल-12
जिले में कुल निजी स्कूल-600
बालिका स्कूल-20

ट्रेंडिंग वीडियो