कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में नारेबाजी करते हुए रेल का चक्काजाम करने की चेतावनी दी। मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने कहा कि रेल कर्मचारी देश में 22 हजार से ज्यादा यात्री गाडिय़ों का कुशलतापूर्वक संचालन कर रहे हैं। जैन ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार के ऊपर किन्हीं ताकतों का दबाव है।
यूनियन नेता अब्दुल कासिम ने कहा कि अब किराया उद्योगपति और प्राइवेट प्लेयर्स ही तय करने वाले हैं, जो आमजन के हित में नहीं होगा। कैरीज शाखा अध्यक्ष गजानंद शर्मा आरिफ आलम खान ने कहा कि सरकार उद्योगपतियों का भला करने के लिए सरकारी संस्थानों को बेचने में लगी है। हम किसी भी सूरत में अपने कोटा मंडल और गंगापुरसिटी से प्राइवेट प्लेयर्स द्वारा चलाई जाने वाली ट्रेन को गुजरने नहीं देंगे ना ही किसी स्टेशन को ठेकेदारों को सौंपने देंगे। इस अवसर पर प्रेम राज मीणा, रोडली फ्रेंकलिन, शरीफ मोहम्मद, लच्छी सिंह, सुधीर गुप्ता, रूपेश शर्मा, नीता मेहरा, गणेश पाल मीणा, सुनील जांगिड़, रघुराज सिंह, राजकुमार मीणा, महेश चंद मीणा, इमरान खान, शाहिदा खान, राजेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
अवध पर प्रदर्शन आज
यूनियन के लोको शाखा अध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा ने बताया कि रविवार को रेलवे के निजीकरण के विरोध में यूनियन के तत्वावधान में शाम 5 बजे रेलवे स्टेशन पर अवध एक्सप्रेस पर विरोध प्रदर्शन कर रैली निकाली जाएगी। साथ ही लॉबी के समक्ष आमसभा की जाएगी।