ड्राफ्ट नही आया, यदि आया है तो मंत्री के पास आया होगा
इस मसले पर चर्चा के बाद ट्रेक पर पहुंचे एडवोकेट शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि समझौते का जो ड्राफ्ट है वो जयपुर से नही आ पाया। हमें 4 घण्टे वहां बिठाए रखा। हम वापस आ गए। अब सुबह 10 बजे मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने आने की बात कही है। समझौते का जो ड्राफ्ट है उसे कर्नल साहब एग्जामिन कर लेंगे। इसके बाद समाज के सामने पढ़ कर सुनाया जाएगा। समाज स्वीकार करेगा तो ही निर्णय लिया जाएगा। उधर, विजय बैसला ने भी साफ कहा कि हमे वहां बुला लिया और चार घण्टे बैठाए रखा, लेकिन मांग पत्र का ड्राफ्ट नही आया। यदि आया है तो मंत्री के पास आया होगा। हमें तो इस बारे में किसी ने नहीं बताया इसलिए हमारा आंदोलन जारी है।