प्रसूता के परिजन अनीस खान निवासी वजीरपुर ने बताया कि मेरे छोटे भाई हनीफ खान की पत्नी मुमताज को प्रसव पीड़ा होने पर सुबह 10 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र वजीरपुर लाया गया। अनीस का आरोप है कि अस्पताल में प्रसूता को करीब एक घंटे तक भर्ती नहीं किया गया। इस दौरान महिला प्रसव पीड़ा से कराहती रही। चिकित्साकर्मी एवं नर्स एक-दूसरे पर टालमटोल करते रहे।
इनका कहना है
आरोप बेबुनियाद हैं। मैं सुबह करीब 10.30 बजे ओपीडी देख रहा था। इस दौरान 2 महिला मेरे पास चिल्लाते हुए आईं तो मैं तुरंत प्रसूता के पास पहुंचा। यहां महिला लेटी हुई थी। लेबर वार्ड में महिला के साथ बच्चा लेटा हुआ था। बच्चा पहले से ही मृत था। परिजनों के आरोप निराधार हैं।
– डॉ. राकेश गोयल, चिकित्सक वजीरपुर चिकित्सालय