एक-दूसरे पर करते हैं टालमटोल : अवैध बजरी खनन एवं परिवहन के मामले में खनिज एवं पुलिस विभाग एक-दूसरे पर टालमटोल करते हैं। इस बारे में पुलिस से पूछा तो उसका कहना था कि ये काम खनिज विभाग का है। वह कहे तो कार्रवाई करेंगे। खनिज विभाग के एईएन से कई बार संपर्क किया, लेकिन नहीं हुआ। हालांकि वे भी पुलिस पर असहयोग का आरोप लगाते हैं।
कहां से ले जा रहे बजरी
सवाईमाधोपुर से राजस्थान एवं मध्यप्रदेश की सीमा के बीच सिर्फ पालीघाट पुलिया का ही फासला है। पुलिया पार करते ही मध्यप्रदेश का श्योपुर जिला पड़ता है। वहीं पुलिया खण्डार इलाके में आती है। खण्डार इलाके में बनास नदी है। वहां से खनन माफिया चोरी छिपे बजरी का खनन करते हैं। फिर बजरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के माध्यम से खण्डार रामेश्वरम रोड से सीधे गंडावर, सोनकच्छ व नरोड़ा गांव होते हुए आती है।
बीहड़ों में रात के अंधेरे में वाहनों की आवाज सुनाई देती है। लोगों के अनुसार माफिया स्टॉक की गई बजरी को रात को ही डम्पर, टै्रक्टर-ट्रॉली आदि में भरते हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन एवं खनिज विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।
ये काम खनिज विभाग का है। अगर वे कहेंगे तो हम कार्रवाई के लिए तैयार है।
सम्पत्त सिंह, पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण, सवाईमाधोपुर