गौरतलब है कि करौली गांव खोरी के निवासी भरतलाल, हंस राज, रामखिलाड़ी दास एवं उनके साथ गए महिला एवं बच्चे 2 फरवरी को गंगापुर से ट्रेन में गए थे और यात्रा के दौरान अज्ञात लोगों ने चाय में बेहोशी की दवा मिलाकर उनको बेहोश कर दिया। उनके जेबों से रुपए व सामान लूट लिया। खबर सुनते ही टीम के मोहन मीणा, पप्पू आदि लोगों के पास पहुंचे और हालचाल जाना। इसके बाद तुरंत इलाज इलाज कराया। रूकमेया मीणा की टीम व युवा पीढ़ी के पुष्पेंद्र मीणा निवासी करौली ने बताया कि हमारी टीम ने रातभर श्रद्धालुओं की सेवा की।
रुकमया ने पुलिस और प्रशासन को इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की। फिलहाल, सभी श्रद्धालुओं की हालत में सुधार है। वे त्रिवेणी संगम में स्नान कर सोमवार सुबह अपने निवास स्थान खोरी जिला करौली पहुंचेंगे। यह खबर सुनकर खोरी गांव के लोगों की चिंता खत्म गई है। उन्होंने पूरी टीम राजस्थान के लोगों की सेवा के लिए लगा रखी है। उन्होंने महापर्व में आने वाले सभी राजस्थान श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान पूरी सावधानी बरतने, अज्ञात लोगों के साथ दोस्ती नहीं रखने और ना ही कोई चीज चाय आदि खाद्य वस्तुएं नहीं लेने की सलाह दी है।