scriptबढ़ी कीमतें फीकी कर सकती हैं दिवाली पर मिठाई की मिठास | Increased prices may cause sweetness of sweets on Diwali | Patrika News

बढ़ी कीमतें फीकी कर सकती हैं दिवाली पर मिठाई की मिठास

locationसवाई माधोपुरPublished: Oct 20, 2019 12:17:48 pm

Submitted by:

Rajeev

बामनवास . दीवाली का त्योहार आते ही सबसे पहले मुंह में मिठाईयों की मिठास महसूस होने लगती है और हो भी क्यों ने हो। दिवाली पर ही लोगों को घरों में तरह-तरह की मिठाइयां खाने को मिलती हैं, लेकिन इस बार महंगाई के चलते लोगों के लिए दिवाली की मिठाईयों की मिठास फीकी हो सकती है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण दूध की दरों में बढ़ोतरी होना बताया जा रहा है।

बढ़ी कीमतें फीकी कर सकती हैं दिवाली पर मिठाई की मिठास

बढ़ी कीमतें फीकी कर सकती हैं दिवाली पर मिठाई की मिठास

बामनवास . दीवाली का त्योहार आते ही सबसे पहले मुंह में मिठाईयों की मिठास महसूस होने लगती है और हो भी क्यों ने हो। दिवाली पर ही लोगों को घरों में तरह-तरह की मिठाइयां खाने को मिलती हैं, लेकिन इस बार महंगाई के चलते लोगों के लिए दिवाली की मिठाईयों की मिठास फीकी हो सकती है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण दूध की दरों में बढ़ोतरी होना बताया जा रहा है।

गांवों में पशुपालन व्यवयास कम होने के साथ अब हलवाई भी दूध के लिए डेयरियों पर आश्रित रहने लगे हैं। दिवाली पर मिठाईयां तैयार करने के लिए उनको डेयरी से ही महंगे दामों पर दूध खरीदना पड़ रहा है। नतीजन मिठाईयां के भावों में भी इस बार तेजी रहने की संभावना है।
कस्बे में हलवाईयों द्वारा दीपावली से करीब एक सप्ताह पूर्व मिठाईयां बनाना शुरू कर दिया जाता है। इसके बाद ही उनका पर्याप्त स्टॉक हो पाता है। क्षेत्र में सर्वाधिक रूप से दिवाली पर खीरमोहन की बिक्री होती है तथा प्रत्येक मिठाई विक्र्रेता द्वारा बड़ी तादाद में खीरमोहन तैयार किए जाते हैं। खीरमोहन के लिए मावे की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि दूध का छीणा तैयार कर उससे खीरमोहन बनाए जाते हैं। इसके लिए हलवाईयों को सीधा दूध क्रय करना पड़ता है। खीरमोहन का वर्तमान बाजार भाव 180 से 2०० रुपए तक है और दीपावली पर इसके २५० रुपए प्रतिकिलो तक बिकने का अनुमान है।

56 रुपए प्रति लीटर मिल रहा दूध


मिठाई बनाने वाले हलवाईयों ने बताया कि वर्तमान में सभी प्रमुख डेयरियों द्वारा फुल क्रीम दूध की कीमत 56 रुपए प्रति लीटर वसूली जा रही है, जबकि गत वर्ष यह दर करीब 5० रुपए प्रति लीटर ही थी। ऐसी स्थिति में मावा भी महंगा तैयार होगा। इसका असर सभी मिठाईयों की कीमत पर पडऩा तय है। यह दीगर बात है कि कई लोगों द्वारा दीपावली के मौके पर मिठाईयों के अतिरिक्त काउन्टर लगाकर बाहर से मिठाईयां लाकर सस्ती दरों पर भी बेची जाती हैं।
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