शहर में सुबह खिली तेज धूप ने लोगों को पसीने से तरबतर किए रखा। दोपहर होते ही मौसम अचानक पलटा खा गया और बादलों ने डेरा जमा दिया। कुछ देर बाद सावन की फुहारों ने भिगोया। इसके बाद हुई तेज बारिश से शहर की सडक़ें दरिया बनी नजर आईं। बारिश के चलते आधी-अधूरी सफाई वाले नाले उफन गए और सडक़ों पर पानी बह निकला। खास तौर से निचले इलाकों में लोगों को खासी दिक्कत आई।
सालोदा मोड़ से उदेई मोड़ तक सडक़ें पानी में डूबी रहीं। काफी देर बाद पानी निकलने पर आवागमन सुगम हो सका। बारिश के तुरंत बाद निकलने वाले कई दुपहिया वाहन पानी में बंद हो गए। ऐसे में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि तेज बारिश के बाद मौसम में खासी ठंडक हो गई। इससे लोगों को गमी से राहत मिली।
खिलखिला उठीं फसलें
उपखंड में पिछले कई दिन से अच्छी बारिश नहीं होने के कारण जहां लोगों को गर्मी सता रही थी। वहीं फसलें भी मुरझाने की कगार पर पहुंच गई थीं। शनिवार को हुई अच्छी बारिश ने फसलों को जीवनदान दिया। इस अच्छी बारिश ने किसानों की मुराद पूरी कर दी।
फिर खुली सफाई की कलई
मानसूनी बारिश ने नगरपरिषद की ओर से नालों की कराई गई सफाई की भी कलई खोलकर रख दी। बारिश से शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। लोगों ने बताया कि पहले से ही गंदगी से भरे पड़े नालों से बारिश का पानी नहीं निकल सका। ऐसे में यह ओवरफ्लो होकर सडक़ों पर आ गया। इससे शहर की सडक़ें दरियां में तब्दील नजर आईं। शहर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति देखने को मिली।