वहां रोगियों ने जांच कराई। इस दौरान कई रोगी जानकारी के अभाव में इधर-उधर भटकते रहे। पीएमओ डॉ. रामलाल मीणा ने बताया कि सुबह ग्यारह बजे तक जिन रोगियों ने लैबोरेट्री में जांच के लिए पंजीयन कराया था। उनकी जिला *****्पताल के सामने स्थित गर्ग लैब व शिवम लैब पर नि:शुल्क जांच की गई। जबकि प्रसूता महिलाओं की 24 घंटे नि:शुल्क जांच की सुविधा मुहैया कराई गई। जांच के लिए डॉ. रिंकू गुप्ता को पंजीयन पर्ची पर हस्ताक्षर करने के लिए अधीकृत किया है।
उधर, सामूहिक अवकाश के दौरान निजी लैबों पर जांच कराने का लैब टेक्नीशियन संघ ने विरोध किया। उन्होंने इस संबंध में एडीएम महेन्द्र सिंह लोढ़ा का ज्ञापन भी सौंपा। जिलाध्यक्ष वीरसिंह मीणा ने ज्ञापन में बताया कि उन्होंने लम्बित मांगों के समर्थन में शनिवार तक सामूहिक अवकाश रखा है। निजी लैबों पर रोगियों की जांच करा उनकी जिदंगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
क्योंकि राज्य सरकार द्वारा गठित राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल द्वारा पंजीकृत लैब एवं लैब टेक्नीशियन ही जांच के लिए अधीकृत है। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि लैब पर कार्यरत एवं संचालक पैरामेडिकल काउंसिल से पंजीकृत होने, रोगियों की जांच कार्य के लिए अधीकृत करने, निजी लैबों की जांच दरें राज्य सरकार द्वारा अधीकृत करने, निजी लैब पर जांच कार्य को प्रमाणित करने के लिए पैथोलॉजिस्ट नियुक्त करने आदि की जांच की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में वृन्दावन मथुरिया, महेन्द्रसिंह परिहार, नरेन्द्र गौतम आदि मौजूद थे।